ऊधम सिंह का बलिदान प्रेरणादायी
शहीद ऊधम सिह कंबोज के शहीदी दिवस पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : शहीद ऊधम सिह कंबोज के शहीदी दिवस पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया। इस मौके पर सीमावर्ती गांव नूरपुर फाजलपुर में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री बल्देव सिंह औलख ने कहा कि जलियावाला बाग कांड का बदला लेकर उन्होंने आजादी के आंदोलन में नए जोश का संचार किया। उनका बलिदान सभी को लिए प्रेरणादायी साबित हुआ।
औलख ने कहा आज लोकतंत्र है, लेकिन उस समय हालात ऐसे थे कि पंजाब के तत्कालीन गवर्नर माइकल के आदेश पर जरनल डायर ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में शांति के साथ सभा कर रहे सैकड़ों भारतीयों को अंधाधुंध फायरिग कर मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना का ऊधम सिंह के मन पर गहरा असर पड़ा था। तभी उन्होंने इस जघन्य घटना का बदला लेने की ठान ली थी। अपनी प्रतिज्ञा को पूरा करने के लिए वर्ष, 1934 में लंदन पहुंच गए थे। उन्होंने जनरल डायर को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद उन्होंने अंग्रेजी सरकार के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई और वह हंसते-हंसते फांसी पर झूल गए। ऐसे अमर बलिदानी से हमें सीख लेनी चाहिए। जिससे देश का नाम ऊंचा हो सके।
पूर्व दर्जामंत्री हरेंद्र सिंह लाड़ी, जिपं सदस्य खलील अहमद, रियासत अली, भाजपा नेत्री डोली रंधावा, पुस्वाड़ा किसान सेवा समिति के चेयरमैन निशान सिंह रंधावा आदि ने भी शहीद ऊधम सिंह के जीवन पर प्रकाश डाला। इस मौके पर प्रधान मुंशीराम कंबोज, रचना कौर, अमरजीत सिंह, नत्थाराम कंबोज, पूर्व प्रधान सतनाम सिंह रंधावा, दर्शनलाल कंबोज, डा.साहब चंद्र कंबोज, स्कूल प्रबंध समिति प्रबंधक सुखदेव सिंह कंबोज, प्रधानाचार्य राजवीर चौहान, जयमल कंबोज, रमेश चंद्र, अमनप्रीत कौर, ओमचंद कंबोज, भजनलाल कंबोज आदि थे।
इधर विहिप कार्यकर्ताओं ने दोराहा में शहीद ऊधम सिंह की मूर्ति पर फूल-मालाएं अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर जिला मंत्री यशपाल राजहंस, जितेंद्र पासी, अरुण भारद्वाज, सोनू प्रजापति, मनोज कुमार, राजेश सक्सेना, सुरजीत कुमार, रामदास, कमल, राजेश, गौरव थे।