ऊधमसिंह नगर में एग्रीकल्चर टूरिज्म , बनेंगे संस्कृति गांव

ऊधमसिंह नगर जिले में एग्रीकल्चर टूरिज्म को प्रमोट किया जाएगा। साथ ही कई अन्य विकास कार्य भी किए जाएंगे। गुरुवार को यहां पहुंचे पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने इसको लेकर घोषणाएं कीं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 12 Dec 2019 11:39 PM (IST) Updated:Thu, 12 Dec 2019 11:39 PM (IST)
ऊधमसिंह नगर में एग्रीकल्चर टूरिज्म , बनेंगे संस्कृति गांव
ऊधमसिंह नगर में एग्रीकल्चर टूरिज्म , बनेंगे संस्कृति गांव

जागरण संवाददाता, काशीपुर :

ऊधमसिंह नगर जिले में एग्रीकल्चर टूरिज्म को प्रमोट किया जाएगा। पुणे-मुंबई के आधार पर संस्कृति गांव बनाए जाएंगे। इसके लिए दस आधुनिक किसानों को जोड़ा जाएगा, जो बाहर से आने वाले लोगों को उत्तराखंडी व्यंजनों की जानकारी देंगे।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने गुरुवार को बाजपुर रोड स्थित एक होटल में पर्यटन विभाग की समीक्षा की। इसमें कुमाऊं के साथ ही गढ़वाल के पौड़ी से भी अधिकारी मौजूद रहे। सुबह साढ़े 10 बजे से शुरू हुई बैठक अपराह्न एक बजे तक चली।

इस दौरान उन्होंने कहा कि हरिद्वार कुंभ मेले को ऐतिहासिक बनाने के लिए उत्तराखंड के 12 सौ देवी-देवताओं को (मूर्त रूप में) मेले में ले जाया जाएगा। देवी-देवताओं के लिए अलग से पंडाल की व्यवस्था करने के साथ ही सिंघासन बनाया जाएगा। इसका नेशनल चैनलों के माध्यम से लाइव प्रसारण भी कराया जाएगा। इस दौरान उन्होंने ढोल वादन को भी गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने पर बल दिया।

-----------------

बनेगा विवेकानंद सर्किट

पर्यटन मंत्री ने होम-स्टे योजना और विवेकानंद सर्किट बनाने पर बल दिया। महाराज ने बताया कि लेखक गुडविल ने विवेकानंद पर काफी लिखा है। बताया कि विवेकानंद ने अल्मोड़ा, बद्रीनाथ, कौशानी व मायावती आश्रम का भी भ्रमण किया। ऐसे में विवेकानंद सर्किट प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है।

-------------------

13 जिले 13 डेस्टीनेशन

सतपाल महाराज ने 13 जिले 13 डेस्टीनेशन योजना के तहत पर्यटन की ²ष्टि से शंकराचार्य सर्किट श्री यंत्र, पांडव ट्रेल, मोदी ट्रेल, महात्मा गांधी ट्रेल बनाने की जानकारी दी। बताया कि नव ग्रह, गोलू देवता, नाग देवता व वैष्णव देवता सर्किट भी बनाया जाएगा।

------------------------

होम स्टे की वाट्सएप क्लिप बनाएं

पर्यटन मंत्री ने कहा कि होम स्टे की वाट्सएप क्लिप बनाएं। प्रदेश के सभी डीटीओ (डिस्ट्रिक्ट टूरिज्म ऑफिसर) विधायकों से परिचय करें। इससे लोकल स्तरीय पर्यटन स्थलों का पता लग सकेगा। उत्तराखंड के मंदिरों के इतिहास की भी पूरी जानकारी होनी चाहिए।

-------------------

पेंटिग का सही से करें रख-रखाव

लक्कू डियार स्थित पांच हजार साल पुरानी पेंटिग को लोग क्षतिग्रस्त कर रहे हैं। इसका संज्ञान लेते हुए पर्यटन मंत्री ने अधिकारियों को पेंटिग का ठीक से रख-रखाव करने का निर्देश दिया। साथ ही लखनऊ-दिल्ली में पड़ीं कटारमल मंदिर की सूर्य की मूíतयों को वापस मंगाने के लिए कहा।

chat bot
आपका साथी