खसरा-खतौनियों में शुरू हुआ अमल दरामद का कार्य
बाजपुर में बहुचर्चित 20 गांव की भूमि प्रकरण में जिला कलक्ट्रेट न्यायालय द्वारा 25 सितंबर को दिए आदेशों का पालन शुरू हो गया है।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : बहुचर्चित 20 गांव की भूमि प्रकरण में जिला कलक्ट्रेट न्यायालय द्वारा 25 सितंबर को दिए आदेशों का पालन शुरू हो गया है। इसमें खसरा-खतौनियों में आदेशों के अमल दरामद का कार्य तहसील प्रशासन द्वारा तीव्र गति से किया जा रहा है। दो-तीन दिन में कार्य पूर्ण होने की उम्मीद है।
तीन फरवरी 2020 को जिला कलक्ट्रेट न्यायालय ने आदेश जारी करने हुए बाजपुर में 20 गांवों की करीब 5838 एकड़ भूमि की खरीद-फरोख्त पर अग्रिम आदेशों तक के लिए रोक लगा दी थी। इन आदेशों को तहसील प्रशासन ने संबंधित भूमि की खसरा-खतौनियों में भी चढ़ा दिया था। इससे भूमि पर बसे हजारों किसान, मजदूर व व्यापारी परिवारों की नींद उड़ गई थी तथा उनके भूमि से जुड़े सभी कार्य प्रभावित हो गए। इन आदेशों को हटवाने के लिए लगातार विरोध-प्रदर्शन किए गए। इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की पहल पर जिला कलक्ट्रेट न्यायालय द्वारा 25 सितंबर को पुन: आदेश जारी करते हुए मूल खातेदारों को छोड़कर शेष भूमि पर लगी रोक हटा दी। इसके चलते तहसील प्रशासन ने भी आदेशों के क्रम में खसरा-खतौनियों में अमल दरामद का कार्य प्रारंभ कर दिया है, जिससे भूमि पर रह रहे प्रभावित परिवारों को बड़ी राहत मिली है। इस संबंध में तहरीलदार राजेंद्र सनवाल ने बताया कि अब तक 14 गांवों की खसरा-खतौनियों में आदेश चढ़ा दिए गए हैं और शेष बचे छह गांवों में भी अमल दरामद का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। संभवत: दो-तीन दिन में शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण हो जाएगा। वहीं अमल दरामद होने की जानकारी से प्रभावित परिवारों में खुशी की लहर दौड़ गई है।