कनकटा के ग्रामीणों ने जज्बे से कोरोना की लहर काटी
गदरपुर में ग्राम कनकटा की आबोहवा व पारंपरिक खान-पान से लोगों की इम्युनिटी सिस्टम मजबूत है।
संवाद सूत्र, गदरपुर : ग्राम कनकटा की आबोहवा व पारंपरिक खान-पान से लोगों की इम्युनिटी सिस्टम मजबूत है। लोग सुबह उठते ही खेतों में काम करने चले जाते हैं। खेतों में भी शारीरिक दूरी का पालन करते हैं और मास्क लगाकर ही घर से निकलते हैं। यहां तक कि साथ में सैनिटाइजर या साबुन भी ले जाते हैं। ग्रामीणों की सक्रियता से कोरोना की लहर को गांव में आने से रोक दिया है, जिससे अभी तक कोई भी कोरोना संक्रमित नहीं हुआ है।
करीब दो हजार की आबादी वाले गांव कनकटा जो उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर है जो जिला मुख्यालय रुद्रपुर से करीब 25 किलोमीटर दूर है। यहां के ग्रामीण सेहत के साथ कोरोना से बचाव के प्रति सजग हैं। ग्रामीणों का कहना था कि गांव में लोगों के घरों के बीच में काफी फासला है, जिनके पास खेत हैं, वह खेतों में अनाज के साथ सब्जियों की खेती करते हैं। जिनके पास खेत नहीं हैं तो वह ताजी साग-सब्जी खाने के लिए घरों के आगे बची जमीन पर सब्जियां लगा देते हैं। खान पान पर ध्यान देते हैं तो स्वस्थ रहते हैं।
ग्राम प्रधान एवं प्रधान संघ गदरपुर ब्लॉक के अध्यक्ष गुरविदर सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर खुद निगरानी रखते हैं। यहां के कुछ लोग ही घर से बाहर रहते हैं। गांव में एक रजिस्टर बनाया गया है। बाहर से आने वालों की उपस्थिति उसमें दर्ज की जाती है। इसके बाद उनको कुछ दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया जाता है। अगर किसी को हल्का बुखार या सर्दी जुकाम है तो उसे तुरंत डाक्टर की सलाह पर दवाइयां और उपचार शुरू कर दिया जाता है। इसके लिए एक टीम बनाई गई है जो दिन रात काम कर रही है। इन्हीं सतर्कता की वजह से अभी तक गांव में हमने कोरोना का फटकने नहीं दिया है।