आंगनबाड़ी केंद्र में खेल, निर्माण अधूरा, पेमेंट पूरा

काशीपुर में काशीपुर में ब्लॉक की भ्रष्टाचार खुलकर सामने आने लगी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Sep 2020 08:23 AM (IST) Updated:Wed, 23 Sep 2020 08:23 AM (IST)
आंगनबाड़ी केंद्र में खेल, निर्माण अधूरा, पेमेंट पूरा
आंगनबाड़ी केंद्र में खेल, निर्माण अधूरा, पेमेंट पूरा

जागरण संवाददाता, काशीपुर : काशीपुर में ब्लॉक की भ्रष्टाचार खुलकर सामने आने लगी है। एक तरफ फर्जी डिग्री के आरोप चल रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ भुगतान कराने के बाद भी आंगनबाड़ी केंद्र का काम पूरा नहीं करने का मामला अधिकारियों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। मामले में ग्राम विकास अधिकारी द्वारा यह पूरा खेल खेला गया है, जिसकी तस्दीक ब्लॉक प्रमुख द्वारा जिलाधिकारी को लिखा गया पत्र कर रहा है। मामले में निर्माण से लेकर भुगतान के इस खेल में कार्रवाई के नाम पर पिछले दो माह से सिर्फ एक पाले से दूसरे पाले में गेंद डाली जा रही है। वहीं उच्च अधिकारियों को दो बार पत्र लिखने के बाबजूद अभी तक जांच न बैठाया जाना सवालों के घेरे में है।

प्रमुख क्षेत्र पंचायत काशीपुर अर्जुन कश्यप ने बताया कि कुछ समय पूर्व खंड विकास अधिकारी के साथ ग्राम पंचायत खड़कपुर देवीपुरा व कचनाल गोंसाई में निर्माणाधीन आंगनबाड़ी भवनों का निरीक्षण किया था। जिसमें मौके पर खड़कपुर देवीपुरा में मात्र लिटर तक व कचनाल गोंसाई में डोर लेवल तक निर्माण हुआ था। जबकि 2018 में कार्यो के सापेक्ष विभागीय अंश दो लाख रुपये व मनरेगा अंश पांच लाख रुपये कुल 14 लाख का पूर्ण भुगतान ग्राम पंचायतों के नगर निगम में सम्मिलित होने के कारण लगभग तीन माह पूर्व कर दिया गया था। इस संबंध में पूर्व में भी 25 नवंबर को इन कार्यो के कार्यदायी संस्था विकास खंड होने के कारण ग्राम विकास अधिकारी को निर्माण कार्य पूर्ण कराने के लिए लिखा गया था, लेकिन उनके द्वारा कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके बाद उत्तर कार्यालय को प्राप्त न होने के चलते पुन: चेतावनी भी दी गई थी, लेकिन बावजूद इसके आज भी यह बदहाल स्थिति में पड़ा है। खास बात यह है कि मैटेरियल भी उपलब्ध करा दिया गया था। इसके साथ ही लेबरों का पैसा भी दे दिया गया था, लेकिन जब काम पूरा नहीं हो हुआ तो ब्लॉक प्रमुख अर्जुन कश्यप ने इसके लिए बीडीओ से संपर्क कर उनको पत्र जारी किया और जांच कराने के लिए कहा। इस पर भी जांच नहीं हो सकी। इसके बाद ब्लॉक प्रमुख को जिलाधिकारी स्तर से कार्रवाई कर उनको पत्र लिखना पड़ा मगर फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। अब ब्लॉक प्रमुख ने दोबारा यह पत्र नए जिलाधिकारी को रिमाइंडर के तौर पर भेजा है।

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बिना निर्माण पूरा हुए कैसे हो गया भुगतान

दो आंगनबाड़ी केंद्रों में बिना निर्माण पूरा किए भुगतान किस आधार पर किया गया। मामले में जिलाधिकारी द्वारा जांच कराने पर कई जिम्मेदारों फंस सकते हैं। ब्लॉक स्तर पर भुगतान किए जाने की मामले में जांच की जा सकती है।

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जिलाधिकारी बोलीं, सीडीओ से पूछिए

जांच में देरी का जब जिलाधिकारी रंजना राजगुरु से कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं अभी व्यस्त हूं इस मामले में सीडीओ से बात करिए। दो बार ब्लॉक प्रमुख की ओर से पत्र लिखे जाने के बाद भी मामले में जांच न किए जाने के सवाल पर व्यस्तता का हवाला देते हुए उन्होंने फोन काट दिया।

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दोनों आंगनबाड़ी केंद्र जस के तस पड़े हैं। इसकी जानकारी बीडीओ को भी लिखित तौर पर दी गई और इसके साथ ही जिलाधिकारी को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। मामले में जांच करने के लिए कहा गया था, लेकिन अब तक जांच नहीं हो सकी है। अब दोबारा इसकी जांच कराने के लिए पत्र लिखा जाएगा।

-अर्जुन कश्यप, ब्लॉक प्रमुख, काशीपुर

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