काशीपुर में कोविड के दौरान हुए बेहतर अनुभव किए साझा

भारतीय प्रबंध संस्थान (आइआइएम) काशीपुर ने अपने वाíषक मानव संसाधन-सम्मेलन समन्वय में कोविड काल में प्राप्त बेहतर अनुभव साझा किए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 12:11 AM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 12:11 AM (IST)
काशीपुर में कोविड के दौरान हुए बेहतर अनुभव किए साझा
काशीपुर में कोविड के दौरान हुए बेहतर अनुभव किए साझा

जासं,काशीपुर : भारतीय प्रबंध संस्थान (आइआइएम) काशीपुर ने अपने वाíषक मानव संसाधन-सम्मेलन 'समन्वय'-डिजिटल अध्याय-03 के दौरान कोविड काल में हुए बेहतर अनुभव साझा किए। कार्यक्रम कोविड गाइडलाइन को ध्यान में रख यह कार्यक्रम जूम के माध्यम से आनलाइन आयोजित किया गया। यू ट्यूब पर इसका सीधा प्रसारण भी किया गया। सम्मलेन का विषय 'द पैराडाइम ऑफ 4.0' था।

प्रो. राहुल ने मानव पूंजी पर जोर दे इसे संगठन की सफलता के लिए जरूरी कारक करार दिया। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान सकारात्मक और सृजनात्मक सोच अमल में लाना ही सबसे महत्वपूर्ण रहा। चर्चा के दौरान समीर ने व्यक्तिगत दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि कैसे महामारी ने वर्तमान से सीखने के लिए जोर दिया। वर्तमान परिदृश्य पर अपने विचार साझा करते हुए सुवरो रायचौधुरी ने कर्मचारियों के लिए शानदार अवसरों को सामने लाने में कोविड की भूमिका पर जोर दिया। जैकब ने बताया कि कैसे महामारी ने कर्मचारियों को कंपनियों द्वारा प्रदान किए गए प्रस्तावों के आधार पर एक नियोक्ता चुनने का अवसर दिया। डा. मनोज ने दोहराया कि महामारी के काल में व्यक्ति को खुद को विकसित करने की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह व्यक्ति में चपलता और विकास लाता है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कैसे अगली पीढ़ी आत्म-निर्भरता पर ध्यान केंद्रित कर रही है और शेड्यूल को नियंत्रित करने की आवश्यकता क्यों है। यशवंत ने उल्लेख किया कि लोग किसी भी व्यवसाय के लिए सबसे बड़ी संपत्ति हैं और एक चुस्त कार्यप्रणाली की आवश्यकता है क्योंकि यह समावेशी नेतृत्व अंतर्दृष्टि पर केंद्रित है। कार्यक्रम की शुरुआत मानद पैनल के स्वागत के साथ हुई। इस दौरान सुवरो रायचौधुरी निदेशक, मानव संसाधन, जैकब जैकब, भानुकुमार परमार, यशवंत चौहान, गेल आदि शामिल रहे।

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