बाजपुर चीनी मिल में कर्मचारियों के बीच हाथापाई
बाजपुर में सहकारी चीनी मिल राजनीति व मारपीट का अखाड़ा बनता जा रहा है।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : सहकारी चीनी मिल राजनीति व मारपीट का अखाड़ा बनता जा रहा है। समय कार्यालय से बाहर निकालने को लेकर श्रमिक नेताओं के बीच विवाद हो गया, जिसमें देखते ही देखते हाथापाई होने लगी। एक कर्मचारी ने मारपीट का आरोप लगा चीनी मिल के प्रधान प्रबंधक के साथ ही कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। जीएम ने मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है।
चीनी मिल उद्योग कर्मचारी समन्वय यूनियन महामंत्री निरंजन सिंह ने तहरीर में कहा है कि वह चीनी मिल में सीजनल कर्मकार के रूप में कार्यरत हैं। अपंजीकृत ठेकेदार राजू पंडित द्वारा ड्यूटी देने के लिए बुलाए जाने पर वह शनिवार की सुबह करीब नौ बजे मिल के समय कार्यालय पहुंचा। वहां पहले से ही मौजूद श्रमिक नेता वीरेंद्र सिंह आदि ने उसे बाहर निकलने को कहा, इसके बाद वह कार्यालय के बाहर आ गया। आरोप है कि इसी बीच वीरेंद्र सिंह ने अपने तीन-चार अन्य साथियों के साथ उस पर हमला बोल दिया। आरोप है कि इससे पूर्व भी उत्तराखंड फेडरेशन के माध्यम से पहुंचे ठेकेदार व उसके सहयोगियों के साथ मारपीट की गई थी। तहरीर में आरोपितों से जान-माल का खतरा बताते हुए जांच कर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इधर, श्रमिक नेता विरेंद्र सिंह ने बताया कि निरंजन आउटसोर्स से कार्य कर रहा है। अनशन के दौरान वह बाहर खड़ा था। ठेकेदार के आदमी ने उसे अंदर जाने को कहा तो उनमें विवाद हो गया, जिसके चलते वह अनशन स्थल के पास आकर आंदोलनकारियों को भला बुरा कहने लगा जिसके चलते विवाद हो गया। मिल के सुरक्षा कर्मचारी उसे ले गए। किसी ने कोई मारपीट नहीं की है।
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कारखाने में 104 परमानेंट कर्मचारियों द्वारा बिना किसी व्यवधान के कार्य किया जा रहा है। पिछले दिनों कुछ श्रमिकों के विरोध के कारण आउटसोर्स के तहत तैनात कर्मचारियों के प्रवेश को लेकर दिक्कत जरूर आई थी, लेकिन 23 जुलाई से वह भी मिल में कार्य कर रहे हैं। मारपीट होने की घटना की जानकारी मिली है। सुरक्षा प्रभारी को जांच कर रिपोर्ट तलब की जा रही है।
-प्रकाश चंद्र, प्रधान प्रबंधक, चीनी मिल, बाजपुर