निर्माणाधीन फ्लाइओवर में स्लैब छोटा होने की अफवाह
सोशल मीडिया पर देर रात फ्लाइओवर के निर्माण को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म रहा। सोशल मीडिया में वायरल पोस्ट में बताया गया कि आरओबी के पिलर पर डाला जा रहा स्लैब छोटा हो गया है।
जासं, काशीपुर : सोशल मीडिया पर देर रात फ्लाइओवर के निर्माण को लेकर अफवाहों का बाजार गर्म रहा। सोशल मीडिया में वायरल पोस्ट में बताया गया कि आरओबी के पिलर पर रखा जा रहा स्लैब ढाई फीट छोटा हो गया है, इस कारण निर्माण कार्य की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए जाने लगे। शनिवार को यह मामला काशीपुर में खूब चर्चा का विषय बना रहा। जिम्मेदार लोगों ने इसे अफवाह बताकर सिरे से खारिज कर दिया। इधर एनएच अधिकारियों व कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर ने सफाई देते हुए बताया कि दरअसल स्लैब गलत पिलर के पास रख दी गई थी। नंबर गलत होने के चलते देर रात इसे रखने के दौरान यह दिक्कत सामने आई है जिसमें सुधार कर अब सही स्लैब को लगाने का काम किया जा रहा है।
बता दें बीते दिनों सोशल मीडिया पर किसी व्यक्ति ने पोस्ट डालते हुए कहा कि रोडवेज बस स्टैंड के सामने बन रहे आरओबी के पिलर के ऊपर रखा जाने वाला स्लैब क्रेन से उठाने के दौरान ढाई फीट छोटा पड़ गया है। इस संबंध में जब शनिवार को एनएच के एई भुवन चंद्र आर्य से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि आरओबी निर्माण कर रही कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर जेएस मथारू से इस संबंध में बताया कि महाराणा प्रताप चौक पर निर्माणाधीन आरओबी के लगभग सभी पिलर बनकर तैयार हो चुके हैं। यहां पर कुल 39 स्लैब पड़नी हैं। जिसमें से 32 बनकर तैयार हैं शेष 7 स्लैब बनाने का काम चल रहा है। सभी स्लैब नाप-जोख कर बनाए गए हैं, कहीं कोई स्लैब छोटा नहीं बना है।
एई आर्य ने कहा बिना जांचे-परखे इस तरह की अफवाह फैलाना गलत है। इससे आमजन में संदेश गलत जाता है। यह केंद्र सरकार का प्रोजेक्ट है। ऐसी गलती नहीं होती है। सभी स्लैब मानक के अनुसार बनाए गए हैं। उधर आरओबी निर्माण कर रही कार्यदायी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर जेएस मथारू ने बताया आरओबी के पिलर पर रखे जाने वाले अधिकांश पिलर बन गए हैं। जिस पिलर की बात कही जा रही है वह पिलर संख्या 4 व 5 के बीच का था, गलती से स्लैब पर नंबर गलत दर्ज हो गया था। अब उक्त स्लैब को पिलर संख्या 4-5 पर दोबारा से रखवाया जाएगा।
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बस स्टेशन पर जगह न मिलने से बढ़ी परेशानी
निर्माणाधीन फ्लाइओवर के स्लैब को पिलरों को रखने के लिए बड़े-बड़े क्रेन मंगाई गई हैं लेकिन इन क्रेनों को रखने के लिए निर्माण कर रही कंपनी को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। रोडवेज परिसर में जगह न मिलने को लेकर प्रोजेक्ट मैनेजर ने शनिवार को विधायक हरभजन सिंह चीमा से मुलाकात की। विधायक ने आश्वासन दिया कि किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। रोडवेज में जरूरत की पूरी जगह मुहैया कराई जाएगी।