सूरजमल कॉलेज में सौ ऑक्सीजन बेड की तैयारी

किच्छा में सूरजमल कॉलेज पुलभट्टा में कोरोना संक्रमितों के उपचार की तैयारी की व्यवस्था का डीएम रंजना राजगुरु ने जायजा लिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 11:53 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 11:53 PM (IST)
सूरजमल कॉलेज में सौ ऑक्सीजन बेड की तैयारी
सूरजमल कॉलेज में सौ ऑक्सीजन बेड की तैयारी

जागरण संवाददाता, किच्छा : सूरजमल कॉलेज पुलभट्टा में कोरोना संक्रमितों के उपचार की तैयारी की व्यवस्था का डीएम रंजना राजगुरु ने जायजा लिया। वहां चार सौ बेड के अस्पताल के साथ ही सौ आक्सीजन बेड की तैयारी की जा रही है।

जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने बुधवार दोपहर प्रशासनिक अमले के साथ पुलभट्टा स्थित सूरजमल इंजीनियरिग कॉलेज पहुंची। उन्होंने वहां पर कोरोना संक्रमित पाए जाने वाले रोगियों के उपचार के लिए तैयार किए जा रहे चार सौ बेड के अस्पताल की तैयारियों का जायजा लिया। अस्पताल में कोरोना संक्रमित होने वाले उन रोगियों को रखा जाएगा, जिनके अंदर लक्षण नहीं है। लक्षण आने पर उनको हायर सेंटर रेफर किया जाएगा। आपातकाल सेवा के लिए सौ बेड का ऑक्सीजन बेड भी बनाया जाएगा। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, नोडल अधिकारी कोविड अस्पताल प्रबंधन वंशीधर तिवारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. डीएस पंचपाल, एसडीएम विशाल मिश्रा सीओ बीएस भंडारी, तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी, प्रभारी निरीक्षक किच्छा चंद्रमोहन सिंह, एसओ पुलभट्टा विनोद जोशी, सीएमएस किच्छा एचसी त्रिपाठी, नोडल अधिकारी किच्छा डा. अश्वनी चौबे आदि मौजूद थे।

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पुलभट्टा बार्डर पर चाक चौबंद व्यवस्था

अस्पताल के निरीक्षण के बाद डीएम रंजना राजगुरू ने पुलभट्टा बार्डर का निरीक्षण किया। इस दौरान वहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम बाहर से आने वालों की जांच करते पाए। डीएम ने व्यवस्था को चाक चौबंद बनाए रखने के निर्देश दिए। .......

मरीजों को आक्सीजन न हो दिक्कत

जासं, रुद्रपुर: जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने कार्यालय कक्ष में अधिकारियों के साथ बैठक कर कोरोना से बचाव की समीक्षा की। उन्होंने सीएमओ से कहा कि कोविड अस्पताल में भर्ती जिन मरीजों को आक्सीजन की जरुरत नहीं है, उनके लिए अलग से बेडों की व्यवस्था करें। गंभीर मरीजों को आक्सीजन वाले बेड पर रखा जा सके। जिससे किसी भी मरीज को इलाज में कोई दिक्कत नहीं हो सके।

डीएम रंजना ने कहा कि आक्सीजन सिलिडरों की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था करें। जिससे जरुरत पड़ने पर पाइप लाइन आक्सीजन वाले बेडों के अतिरिक्त आक्सीजन की सप्लाई आक्सीजन सिलिडर के माध्यम से भी दी जा सके। ईएसआइसी अस्पताल में भी अतिरिक्त आक्सीजन सिलिडर की व्यवस्था कर लिया जाएं। एंबुलेंस की व्यवस्था भी चौबीस घंटे होनी चाहिए। भर्ती मरीजों के भोजन की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखें। आवश्यकता पड़ने पर कोविड केयर सेंटर की व्यवस्था भी सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ सुनिश्चित करें। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, अपर जिलाधिकारी उत्तम सिंह चौहान, जगदीश चंद्र कांडपाल, नोडल अधिकारी कोविड अस्पताल मैनेजमेंट बंशीधर तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. डीएस पंचपाल मौजूद थे।

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