फैक्ट्रियों से नहरों में छोड़ा जा रहा है जहरीला पानी

सितारगंज में सिडकुल स्थित फैक्ट्रियों से सिचाई नहरों में केमिकलयुक्त पानी छोड़े जाने की पुष्टि जांच में हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 11:44 PM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2020 06:11 AM (IST)
फैक्ट्रियों से नहरों में छोड़ा जा रहा है जहरीला पानी
फैक्ट्रियों से नहरों में छोड़ा जा रहा है जहरीला पानी

जासं, सितारगंज : सिडकुल स्थित फैक्ट्रियों से सिचाई नहरों में केमिकलयुक्त पानी छोड़े जाने की पुष्टि जांच में हुई है। इससे न केवल फसल प्रभावित होती है, बल्कि नहर का पानी पीने वाले जीव-जंतुओं को भी नुकसान हो सकता है।

सिडकुल रोड के ग्राम बरुआ बाग से गुजरने वाली सिचाई नहर मैं फैक्ट्रियों का प्रदूषित पानी छोड़े जाने के कारण नहर का पानी जहरीला हो गया था। नहर में मिले केमिकलयुक्त पानी से जगह-जगह पर नहर झाग से भर गया था। इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए। ग्रामीणों ने इस प्रदूषित जल से खेती व जीव जंतुओं को खतरा बताते हुए अपना विरोध व्यक्त कर प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारियों से इसकी शिकायत की। इस पर क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अधिकारी नरेश गोस्वामी व उनकी टीम ने जांच के लिए नहर से पानी के चार सैंपल लिए थे।

सोमवार को गोस्वामी से पानी के सैंपलों को लेकर हुई फोन वार्ता में उन्होंने लिए गए सैंपल की रिपोर्ट में पानी प्रदूषित होने की पुष्टि की है। रिपोर्ट ने किसानों कि माथे पर चिता की लकीरें खींच दी हैं। विभागीय अधिकारियों की माने तो उनके द्वारा नहरों में केमिकल पानी छोड़े जाने के मामले पर शक्ति से काम करते हुए जांच की जा रही है। पीसीबी के क्षेत्रीय नरेश गोस्वामी ने बताया कि सैंपल की दो रिपोर्ट में जल का प्रदूषित होने की पुष्टि हुई है और अंतिम रिपोर्ट के लिए विभाग इंतजार कर रहा है, जो कि इसी महीने आएगी।

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