रुद्रपुर में लगे आपदा पीड़ितों के राहत कैंप में लोग मांग रहे आइसक्रीम
रुद्रपुर में लगे आपदा पीड़ितों के राहत शिविर में लोग आइसक्रीम की मांग भी कर रहे हैं।
जासं, रुद्रपुर : साहब राहत केंद्रों पर आपदा प्रभावितों को भोजन बढि़या मिल रहा है। आइसक्रीम नहीं मिल रही है। आइसक्रीम कब मिलेगी, यदि आइसक्रीम मिले तो मजा आ जाए। ये बाते एक प्रभावित ने एक अधिकारी के मोबाइल फोन पर कही। अधिकारी ने भी जवाब दिया कि आइसक्रीम मुहैया कराने की कोशिश करेंगे। राहत केंद्रों में कोई मिठाई तो कोई फल की डिमांड कर रहा है। हालांकि अधिकारी सब्र व शालीनता का परिचय देकर उन्हें शांत करा रहे हैं। रुद्रपुर में खुले सात राहत केंद्रों में 154480 लोगों को खाना खिलाया जा चुका है। पूड़ी, सब्जी व पुलाव बनाया जाता है।
अतिवृष्टि से एक सप्ताह पहले यूएस नगर जलमग्न हो गया था। कल्याणी नदी के किनारे बसे मोहल्ला जगतपुरा, मुखर्जी नगर, भूतबंगला, रविद्र नगर, ठाकुर नगर, वाल्मीकि नगर, संजय नगर खेड़ा, खेड़ा में हुए जलभराव से कई मकान डूब गए थे। लोगों का काफी नुकसान हुआ। ऐसे में आपदा प्रभावितों को भोजन व ठहरने की असुविधा से बचाने के लिए जिला प्रशासन ने राहत शिविर शुरू किए। 21 अक्टूबर से अब तक जगतपुरा के बालिका विद्या मंदिर जूनियर हाईस्कूल में 20800, भूतबंगला के राजकीय प्राथमिक स्कूल वाल्मीकि नगर में 13880, ठाकुर नगर के बर्मन आटा चक्की के पास बने राहत केंद्र में 27100, शिवनगर के राजकीय प्राथमिक स्कूल में 18900, खेड़ा के राजकीय प्राथमिक स्कूल में 20400, संजयनगर खेड़ा के बसंती देवी मंदिर परिसर में 21600, मुखर्जी नगर के राधा गोविद मंदिर परिसर में 24400 व संजय नगर स्थित गन्ना भवन के पीछे राम बोस राहत केंद्र में 7400 लोगों को खाना खिलाया गया। खाने में करीब 32 से 33 लाख रुपये खर्च हो गए हैं। इनमें कुछ लाख रुपये प्रशासन से मिले हैं, जबकि बाकी उधार पर हैं। हालांकि जो भी खर्चा हो रहा है, उसका बजट शासन प्रशासन से मिल जाएगा। जिला पूर्ति अधिकारी तेजबल सिंह ने बताया कि डेढ़ लाख से अधिक लोगों को राहत केंद्रों में भोजन खिलाया जा चुका है।