शोषण के खिलाफ होम आइसोलेशन पर गए काशीपुर के एनएचएम कर्मी
काशीपुर में विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन के तृतीय चरण में एनएचएम कर्मचारी होम आइसोलेशन में चले गए हैं।
जागरण संवाददाता, काशीपुर : विभिन्न मांगों को लेकर बीती 28 मई से आंदोलन के द्वितीय चरण में बाहों पर काली पट्टी बांधकर कार्य कर रहे एनएचएम कर्मचारी मंगलवार को तृतीय चरण में होम आइसोलेशन पर चले गए। एनएचएम संगठन से जुड़े कर्मियों ने कहा है कि प्रदेश कार्यकारिणी के निर्देशानुसार शोषण के खिलाफ वे एक व दो जून को होम आइसोलेशन में रहते हुए पूर्ण कार्य बहिष्कार करेंगे।
संगठन के दीपक जोशी ने कहा, उम्मीद थी कि शासन-प्रशासन उनकी मांग जल्द पूरी करेगा, लेकिन अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि अरसे से धूल फांक रही लॉयल्टी बोनस की फाइल पर आनन-फानन में कार्यवाही कर दी गई। इसके तहत 31 मई को सभी जिले के सीएमओ को पत्र भेज केंद्र सरकार से निर्धारित पांच व तीन वर्ष की समय सीमा पूर्ण कर चुके काíमकों को 15 फीसद के बजाय मात्र 6.7 व 10 फीसद के बजाय मात्र 4.5 प्रतिशत मानदेय वृद्धि दी गई है। अन्य प्रदेशों में केंद्र से निर्धारित बोनस मिल गया है। इससे पर आक्रोशित एनएचएम कार्मिक मंगलवार से जिले के सभी स्थानों पर एनएचएम काíमक काम में पूर्ण असहयोग के साथ होम आइसोलेट हो रहे हैं। इसकी मॉनिटरिग भी ब्लॉक व क्लस्टर स्तर पर निर्धारित काíमकों के साथ-साथ जिला कार्यकारिणी सदस्य कर रहे हैं। ताकि किसी भी काíमक को किसी भी अधिकारी द्वारा कार्य करने के लिए बाध्य न किया जा सके। ---
स्वास्थ्य विभाग के कार्य प्रभावित, विभाग लाचार
जासं, रुद्रपुर : वेतनवृद्धि आदि मांगें पूरी नहीं हुई तो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के संविदा पर तैनात करीब 250 डाक्टर व कर्मी दो दिन के लिए आइसोलेशन में चले गए। इससे वैक्सीन, मरीजों के इलाज आदि कार्य प्रभावित रहे। कर्मचारियों को मनाने में स्वास्थ्य विभाग असफल रहा। मांगों को लेकर एक सप्ताह तक काला फीता बांधकर विरोध किया। मांगें पूरी न होने पर एक व दो जून को आइसोलेशन में चले गए। साथ ही चेताया है कि यदि इसके बाद भी मांगें पूरी नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा। डाक्टरों व कर्मचारियों के आइसोलेशन में चले जाने से मंगलवार को वैक्सीनेशन, कोरोना जांच सहित स्वास्थ्य कार्य प्रभावित हुए हैं। इससे मरीजों व जांच कराने आए लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।