सरस मेले में मुनस्यारी की शाल व लोहाघाट की कढ़ाही की धूम

रुद्रपुर में राष्ट्रीय सरस मेले के तीसरे दिन मौसम देर रात खराब हो जाने के कारण भीड़ कम रही लेकिन स्थानीय उत्पादों सहित पहाड़ी उत्पादों की तरफ लोग आकर्षित नजर आए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 06:54 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 06:54 PM (IST)
सरस मेले में मुनस्यारी की शाल व लोहाघाट की कढ़ाही की धूम
सरस मेले में मुनस्यारी की शाल व लोहाघाट की कढ़ाही की धूम

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : राष्ट्रीय सरस मेले के तीसरे दिन मौसम देर रात खराब हो जाने के कारण भीड़ कम रही, लेकिन स्थानीय उत्पादों सहित पहाड़ी उत्पादों की तरफ लोग आकर्षित नजर आए। पिथौरागढ़ के मुनस्यारी से अंगूरा प्रजाति के खरगोश के बालों से बनी शाल, टोपी व मफलर लोगों को लुभा रही है। वहीं चंपावत की लोहे की कढ़ाई, फ्राईपैन व तवा की लोगों को भा रहा है।

ठंड बढ़ने से राष्ट्रीय सरस मेले शुक्रवार को सुबह में काफी कम लोग पहुंचे। शाम को भीड़ बढ़ने से दुकानदारों ने राहत की सांस ली। प्रदेश के विभिन्न जिलों के अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के कानपुर से भी आयुर्वेदिक दवाओं के विक्रेताओं की तरफ से स्टाल लगाए गए। पिथौरागढ़ के मुनस्यारी से स्टाल लगाए राहुल ने बताया कि अंगूरा प्रजाति के खरगोश के बाल से बनाए गए शाल, ऊनी स्वेटर, टोपी व मफलर की मांग पूरे देश में है। वह हमेशा ही सरस मेले में भाग लेते हैं। स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए एक बेहतर जगह विभाग उपलब्ध हो जाने से स्थानीय रोजगार भी बढ़ता है। उनका कहना था कि एक शाल जहां 2000 रुपये से 3000 रुपये तक है। वहीं मफलर 1600 रुपये तक का वह बेच रहे हैं। साथ ही मुनस्यारी के राजमा, जड़ी-बूटी व हर्बल चाय का उत्पाद भी लोगों की पहली पसंद है। अभी मेला शुरू हुआ है, उम्मीद है कि दो दिनों बाद और बिक्री बढ़ेगी। लोहाघाट से लोहे के रसोईघर में काम आने वाले उत्पाद लेकर आए अमित कुमार ने बताया कि वह हाथ से ही लोहे की ढलाई करते हैं, जिससे कढ़ाई, करछी, तवा व फ्राईपैन बना रहे हैं। प्रदेश में लगने वाले विभिन्न मेलों में उनकी सहभागिता रहती है। ऊधमसिंह नगर वह तीसरी बार आए हैं।

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हरिद्वार जेल का उत्पाद मौसम खराब होने से स्टाल में लग नहीं सका

हरिद्वार के कैदियों की तरफ से बनाए गए ऊनी कपड़े, कालीन भी सरस मेले में भेजे गए हैं। देर रात मौसम खराब हो जाने के बाद इनको स्टाल में लगाया नहीं जा सका। मैदान में ही तिरपाल में माल बंधा पड़ा रहा। पीडी हिमांशु जोशी ने कहा कि शनिवार को अलग से स्टाल इसके लिए दिया जाएगा। स्टाल संचालकों से संपर्क किया जा रहा है। सभी को उचित स्थान उपलब्ध कराया जाएगा।

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