जहर खाने वाली मां-बेटी ने भी दम तोड़ा

जागरण संवाददाता, काशीपुर : मां-बेटी ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस ने शवों का पो

By JagranEdited By: Publish:Sun, 03 Jun 2018 07:13 PM (IST) Updated:Sun, 03 Jun 2018 07:13 PM (IST)
जहर खाने वाली मां-बेटी ने भी दम तोड़ा
जहर खाने वाली मां-बेटी ने भी दम तोड़ा

जागरण संवाददाता, काशीपुर : मां-बेटी ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराकर मोर्चरी में रखवा दिया। इस घटना से गांव में हड़कंप मचा है। पूरे परिवार को जहर खिलाने के मामले में शनिवार को बाट-बेटी ने दम तोड़ दिया था।

मकान नंबर 117 काकादेव नार्थ ब्लॉक, तुलसीनगर कानपुर शहर निवासी अंशुमान सिंह ने आर्थिक तंगी से आजिज आकर शनिवार को 30 वर्षीय पत्नी सरिता, बेटी 15 वर्षीय दिव्यांशी व 13 वर्षीय हिमांशी को जबरन जहर खिला दिया था। बेटा 11 वर्षीय रुद्रप्रताप व सात वर्षीय बेटी आर्या को भी जहर दे उसने इसे खुद भी खा लिया था। रुद्रप्रताप व आर्या ने जहर मुंह में रख मौका पाकर उगल दिया। अंशुमान व दिव्यांशी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि हालत बिगड़ने पर मकान स्वामी ने सरिता व हिमांशी को एंबुलेंस सेवा 108 से एलडी भट्ट अस्पताल में भर्ती कराया। वहां से गंभीर हालत में दोनों को शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां सरिता व हिमांशी की इलाज के दौरान शनिवार देर रात मौत हो गई। सूचना पर कोतवाली पुलिस ने अस्पताल पहुंच शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया।

चारों मृतक अंशुमान, सरिता, दिव्याशी व हिमांशी के शव मोर्चरी में रखे गए हैं। सरिता के मायके वाले सोमवार को पहुंचेंगे। इसके बाद शवों का दाह संस्कार कहां करेंगे, यह आने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा। इनसेट

रुद्र को नहीं पता मां का भी उठ गया साया पिता अंशुमान व बहन दिव्यांशी की मौत का पता तो रुद्रप्रताप व आर्या को है, मगर उन्हें मां व बहन हिमांशी की मौत का पता नहीं है। जब जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष डॉ. रजनीश बत्रा ने रविवार शाम ग्राम हरियावाला के घटनास्थल पर पहुंचकर रुद्र व आर्या से घटना की जानकारी ली तो दोनों ने कहा कि मां व बहन हिमांशी अस्पताल में भर्ती हैं। जल्द ठीक होकर दोनों घर आएंगी। इनसेट

भाई-बहन का कौन करेगा परवरिश

माता-पिता व दो बहनों की मौत के बाद अनाथ रुद्रप्रताप व आर्या की परवरिश कौन करेगा। रुद्र के ननिहाल की आर्थिक स्थिति इतनी मजबूत नहीं है कि दोनों का लालन-पालन कर सके। हालांकि रुद्र के मामा ग्राम व थाना भराव जिला भदोही निवासी रवि ने मोबाइल पर बताया कि भांजा व भांजी का लालन-पालन वह खुद करेंगे और दोनों को साथ घर ले जाएंगे। इधर, जिला बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष डॉ. रजनीश बत्रा ने बताया कि यदि सरिता के मायके वाले बच्चों को ले जाने से मना कर देंगे तो उन्हें बाल कल्याण गृह में रखा जाएगा और बेहतर शिक्षा दिलाई जाएगी। बच्चों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। इनसेट

आखिर शवों का कहां होगा दाह संस्कार

मृतका सरिता के भाई रवि ने मोबाइल पर बताया कि शवों को लेकर कानपुर ले जाएंगे। वहां अंशुमान के चाचा से अंतिम संस्कार के बाबत पूछा जाएगा। ग्राम हरियावाला के प्रधान राजकुमार ने बताया कि मोबाइल पर रवि से बात हुई तो उन्होंने कहा कि इतना पैसा नहीं है कि शवों का दाह संस्कार कर सके। इसे लेकर दाह संस्कार को लेकर पुलिस भी ऊहापोह में है। इनसेट

अंशुमान की फतेहपुर में थी जमीन

मृतका सरिता के भाई रवि ने बताया कि अंशुमान की लालगंज में संपत्ति थी। फतेहपुर में 16 बीघे जमीन थी और कानपुर में स्टूडियो व सरकारी राशन की दुकान थी। अंशुमान के पिता के निधन पर उसके चाचा ने संपत्ति को हथिया लिया। इनसेट सल्फास खाने से मौत की आशंका

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक चारों की मौत सल्फास खाने से होने की आशंका है। चिकित्सक के मुताबिक अंशुमान व दिव्यांशी की जहर खाने से कुछ समय बाद और सरिता व हिमांशी ने उसी दिन रात इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इतनी जल्दी मौत सामान्यत: सल्फास खाने से होती है। हालांकि जांच के लिए बिसरा रख दिया गया है। इनसेट

अंशुमान को ब्रांड शराब पीने का था शौक

मकान स्वामी के मुताबिक अंशुमान कभी-कभी ब्रांड की शराब पीता था और लोगों को पिलाता था। जबकि कमाई से ज्यादा खर्च करता था।

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