आठ माह से निलंबित शिक्षक के खिलाफ फिर बैठेगी जांच

शिक्षा विभाग का काम भी अजीबो गरीब है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 11:38 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 11:38 PM (IST)
आठ माह से निलंबित शिक्षक के खिलाफ फिर बैठेगी जांच
आठ माह से निलंबित शिक्षक के खिलाफ फिर बैठेगी जांच

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : शिक्षा विभाग का काम भी अजीबो गरीब है। पहले जांच में फुलसुंगा के सहायक अध्यापक को एक दशक पहले क्लीन चिट दे दिया, फिर शिकायत पर दूसरी बार जांच में अनियमितता साबित होने पर निलंबित कर दिया। अब इसमें नया मोड़ आ गया है। तत्कालीन जांच कमेटी भी सवालों के घेरे में है। पुरानी रिपोर्ट का हवाला देने वाले शिक्षक के खिलाफ फिर से जांच होने की संभावना है।

उत्तराखंड में शिक्षा विभाग में कइयों ने फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी ले ली। कुछ शिक्षक तो सेवानिवृत्त भी हो चुके तब जाकर मामले का खुलासा हुआ। ऊधम सिंह नगर में 32 शिक्षकों के दस्तावेज फर्जी निकले, जिसके बाद उन पर कार्रवाई हुई। इन्हीं सब के दौरान फुलसुंगा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत सुब्रत अधिकारी पर भी आरोप लगाए गए थे, जिसमें जाति प्रमाण पत्र एवं बीटीसी प्रमाण पत्रों में हेरफेर कर दो कैटेगरी में नौकरी करने का आरोप लगाया गया था। इसके बाद उप शिक्षा अधिकारी रुद्रपुर डा. गुंजन अमरोही ने मामले की जांच कर रिपोर्ट सीईओ को सौंपी। रिपोर्ट के आधार पर संबंधित शिक्षक को निलंबित कर स्पष्टीकरण अप्रैल में मांगा गया था। वर्ष, 2007-08 में शिकायत के बाद तत्कालीन जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी बैठा दी। कमेटी में तत्कालीन जिला शिक्षा धिकारी माध्यमिक रमेश चंद्र आर्य, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य थे। आरसी आर्या वर्तमान में यूएस नगर में सीईओ हैं। उस समय मामले की जांच कर आरोपित शिक्षक को वर्ष, 2009 में क्लीन चिट दे दिया गया था। इधर, शिक्षक ने स्पष्टीकरण में विभाग से उसी पत्र की जांच की मांग कर दी है जिसमें उसे क्लीन चिट दे दिया गया था। इसके बाद डीईओ अशोक कुमार सिंह ने सीईओ रमेश चंद्र आर्य से वर्ष, 2009 में सुब्रत अधिकारी के खिलाफ हुई जांच की रिपोर्ट मांगी। करीब तीन माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अब तक डीईओ बेसिक को रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराई गई है। ऐसे में आठ माह से शिक्षक निलंबित चल रहे हैं। विभाग भी मौन धारण किया है।

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पुरानी जांच रिपोर्ट जिसमें दावा किया जा रहा है कि सहायक अध्यापक को क्लीन चिट दिया गया था, उसकी मांग तत्कालीन जांच अधिकारी एवं वर्तमान मुख्य शिक्षा अधिकारी रमेश चंद्र आर्य से मांगी गई थी, लेकिन अब तक रिपोर्ट नहीं मिली है। शिक्षक से भी कहा गया है कि रिपोर्ट दिखाए यदि हो तो। काफी समय हो चुका है, रिपोर्ट न मिलने पर नए सिरे से फिर जांच होगी और उसी आधार पर कार्रवाई होगी।

-अशोक कुमार सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी, बेसिक, ऊधम सिंह नगर

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