बाजपुर के 20 गांवों का मामला नहीं सुलझा तो आंदोलन

बाजपुर में भारतीय किसान यूनियन बाजपुर के 20 गांवों की 5838 एकड़ भूमि के के मामले की पैरवी करेगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 09:43 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 09:43 PM (IST)
बाजपुर के 20 गांवों का मामला नहीं सुलझा तो आंदोलन
बाजपुर के 20 गांवों का मामला नहीं सुलझा तो आंदोलन

जाटी, बाजपुर : भारतीय किसान यूनियन बाजपुर के 20 गांवों की 5838 एकड़ भूमि के के मामले की पैरवी करेगी। सोमवार को नया गांव स्थित रंधावा फार्म हाउस में भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा ने बैठक में कहा कि डीएम न्यायालय के एक आदेश से बाजपुर के हजारों परिवारों की नींद गायब हो गई है। भाकियू शासन-प्रशासन से समस्या के समाधान की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक सुलझाया नहीं जा सका। जबकि तीन-तीन मुख्यमंत्री उन्हें आश्वासन दे चुके हैं। समस्या का समाधान के लिए जल्द मुख्यमंत्री से मुलाकात किया जाएगा। यदि सरकार ने जल्द ही इस मुद्दे को नहीं सुलझाया तो किसान, मजदूर व मध्यम वर्ग के लोग एकजुट होकर सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे। किसानों की उपेक्षा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मौके पर अजीत प्रताप सिंह रंधावा समेत अनेक किसान मौजूद थे।

न्याय मिलने तक जारी रहेगा संघर्ष

संस, बाजपुर : मांगों को लेकर सहकारी चीनी मिल के श्रमिकों का मिल गेट पर क्रमिक अनशन तीसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान दौलत सिंह, रामानंद, गुरदयाल, गौरव, संजय सोमवार को क्रमिक अनशन पर बैठे। यूनियन अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने कहा कि कई बार वार्ता के बाद सकारात्मक हल नहीं निकला है। मजबूरी में आंदोलन करना पड़ रहा है। समस्याओं का समाधान होने तक आंदोलन जारी रहेगा। धरना देने वालों में गेंदराज, अभय प्रकाश, गुरमीत सिंह सीटू, नरेंद्र शर्मा, विजय शर्मा, जीवन सिंह, मक्खन सिंह, उग्रसेन, करन सिंह, मोहन सिंह, हरजीत सिंह, शंभूनाथ यादव, गुरदीप सिंह, हरदीप सिंह, केपी, सूरजमणि, सुनील कुमार शामिल थे।

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