सितारगंज चीनी मिल केदोबारा शुरू होने की जगी आस

सितारगंज में स्थित कसान सहकारी चीनी मिल के दोबारा चालू होने की उम्मीद जगी। मुख्यमंत्री ने दिए मिल चलाने के निर्देश।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 07:09 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 07:09 PM (IST)
सितारगंज चीनी मिल केदोबारा शुरू होने की जगी आस
सितारगंज चीनी मिल केदोबारा शुरू होने की जगी आस

जागरण संवाददाता, सितारगंज : वर्ष 2017 से बंद किसान सहकारी चीनी मिल के कर्मचारियों व क्षेत्रवासियों के लिए खुशी की खबर है। विधायक सौरभ बहुगुणा की पहल पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कैबिनेट की बैठक में अधिकारियों को आगामी पेराई सत्र से पूर्व चीनी मिल का संचालन शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

नवंबर 2017 में सरकार द्वारा चीनी मिल को बंदने के निर्देश दिए गए थे। मगर विधायक सौरभ बहुगुणा के प्रयासों से मिल के दोबारा शुरू होने की आस क्षेत्र के किसानों में जग उठी है। वर्ष, 1981 के दशक में चीनी मिल की स्थापना की गई थी। जिसमें आसपास के क्षेत्रों के अलावा दूरदराज के इलाकों से भी किसान अपना गन्ना लाया करते थे। वर्ष 2017 में पेराई सत्र शुरू होने से पूर्व मिल के संचालन पर प्रदेश सरकार द्वारा रोक लगा दी गई थी। मिल बंद हो से गन्ने की कुल क्षेत्र फल जो आठ हजार हेक्टेयर हुआ करती थी, वह वर्तमान में घटकर मात्र पांच ह•ार हेक्टेयर रह गई है।

मिल के कर्मचारियों ने बताया कि सितारगंज के अलावा मेला घाट, नानकमत्ता, अमरिया, बरा, बरी, चोरगलिया, खटीमा, आदि क्षेत्रों से मिल में गन्ना लाया जाता था। मिल की प्रतिदिन 25 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई क्षमता थी। मिल बंद होने से कर्मचारी बेरोजगार हो गए।

बहुगुणा ने चीनी मिल से जुड़े लोगों के भविष्य व क्षेत्र के गणना काश्तकारों की समस्याओं को देखते हुए चीनी मिल के दोबारा संचालन करने का प्रस्ताव रखा। जिस पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गंभीरता लेते हुए अधिकारियों को आगामी पेराई सत्र से पूर्व चीनी मिल का संचालन आरंभ करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री के आदेश के अनुपालन में अधिकारी मिल संचालन की योजना बनाने की तैयारी में जुट गए हैं।

बैठक में ग्राम विकास पलायन आयोग के उपाध्यक्ष डा एसएस नेगी, मुख्यमंत्री के तकनीकी सलाहकार डा नरेंद्र सिंह, अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार, सचिव अमित नेगी, राधिका झा, शुगर फेडरेशन के निदेशक चंद्रेश यादव, अपर सचिव डॉक्टर बी शणमुगम आदि उपस्थित थे। ...

42 कर्मचारियों ने कोर्ट में दर्ज किया है मुकदमा

चीनी मिल बंद होने के बाद मिल के 42 कर्मचारियों ने अपने वेतन आदि मांगों को लेकर उच्च न्यायालय में केस दायर कर रखा है। जो वर्तमान में मामला चल रहा है।

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