वीडियो कांफ्रेसिग से हो रही बाल कैदियों की सुनवाई

कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जहां जेल की तर्ज पर राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में सजा काट रहे बाल कैदियों की मुलाकात परिजनों से ऑनलाइन कराई जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 31 May 2020 04:37 PM (IST) Updated:Sun, 31 May 2020 04:37 PM (IST)
वीडियो कांफ्रेसिग से हो रही बाल कैदियों की सुनवाई
वीडियो कांफ्रेसिग से हो रही बाल कैदियों की सुनवाई

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जहां जेल की तर्ज पर राजकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह में सजा काट रहे बाल कैदियों की मुलाकात परिजनों से ऑनलाइन कराई जा रही है। वहीं अब न्यायालय में होने वाली उनकी सुनवाई भी वीडियो कांफ्रेसिग के जरिए की जा रही है। इसके लिए कैमरों की मांग को प्रस्ताव भेजा गया है, लेकिन वर्तमान में स्मार्ट मोबाइल से ही मामलों की सुनवाई हो रही है।

कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 22 मार्च को जनता क‌र्फ्यू के बाद देशभर में लॉकडाउन कर दिया गया था। संक्रमण से जेलों में बंद कैदियों को बचाने के लिए सजायाफ्ता और विचाराधीन बंदियों के साथ ही राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में भी सजा काट रहे 21 बाल कैदियों में से 11 बाल कैदियों को अंतरिम जमानत पर रिहा करने के आदेश हुए थे। इसके बाद रुद्रपुर स्थित राजकीय सम्प्रेक्षण गृह के 11 बाल कैदियों को अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया गया था। साथ ही राजकीय सम्प्रेक्षण गृह में बंद 10 बाल कैदियों की परिजनों से होने वाली मुलाकात भी हर सप्ताह ऑनलाइन कराई जाने लगी। अब इन बाल कैदियों की न्यायालय में सुनवाई भी वीडियो कांफ्रेसिग के जरिए होगी। राजकीय सम्प्रेक्षण गृह के सहायक अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद पांडेय ने बताया कि बाल कैदियों की न्यायालय में सुनवाई वीडियो कांफ्रेसिग से की जा रही है। बताया कि फिलहाल गृह में कैमरों की व्यवस्था नहीं है। इसके लिए मांग की गई है। सम्प्रेक्षण गृह के स्मार्ट फोन से ही बाल कैदियों की न्यायालय में सुनवाई हो रही है।

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