बाजपुर में गेहूं के खेतों में फिर धधकी आग, लाखों का नुकसान
बाजपुर में आग ने बुधवार को बाजपुर क्षेत्र में फिर तबाही मचाई। अलग-अलग जगहों पर करीब 10 एकड़ गेहूं की खड़ी फसल व नरई जल गई।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : आग ने बुधवार को बाजपुर क्षेत्र में फिर तबाही मचाई। अलग-अलग जगहों पर करीब 10 एकड़ गेहूं की खड़ी फसल व नरई जल गई। अग्निशमन विभाग ने ग्रामीणों की मदद से बड़ी मुश्किल से आग पर काबू पाया।
बुधवार शाम करीब पांच बजे नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड नंबर-12 भोना कॉलोनी क्षेत्र में आबादी से सटे ग्राम शोकानगला निवासी सन्नी सिंह के खेत में आग लग गई। तेज हवा के बीच आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। इससे कॉलोनी में हड़कंप मच गया। पास ही गेहूं की दूसरी फसल खड़ी थी। इससे आसपास के लोगों ने मिलकर आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। कुछ ही देर में अग्निशमन दल भी मौके पर पहुंच गया। सभी ने मिलकर बड़ी मुश्किल से फसल बचा ली।
आग की दूसरी घटना मंगलवार मध्य रात्रि शोकानगला क्षेत्र की है। यहां मनमोहन सिंह की दो एकड़, सुरेंद्रपाल सिंह की तीन एकड़, विक्रमजीत सिंह की ढाई एकड़, नन्हें सिंह, संजय सिंह की पांच-पांच बीघा गेहूं की फसल आग की भेंट चढ़ गई। घटना के कारण रातभर अफरातफरी मची रही। गोबरा अग्निकांड पीड़ितों की मदद को आगे आए जनप्रतिनिधि
गोबरा अग्निकांड पीड़ित श्रमिकों की मदद के लिए जनप्रतिनिधियों के साथ ही सामाजिक संगठन भी मदद को आगे आए हैं। बुधवार को उन्होंने पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचाई। तत्काल राहत देने के लिए लंगर भी लगाया। कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य के प्रयासों से पीड़ित परिवारों को बर्तन के साथ ही राशन किट एवं त्रिपाल भी उपलब्ध कराई। इस मौके पर उनके निजी सचिव चंद्रपाल, बृजेश यादव, परवेज अहमद भी मौजूद रहे। वहीं, उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव सिंह नामधारी की पत्नी की याद में प्रभावित परिवारों को राशन किट व झोपड़ी बनाने की सामग्री उपलब्ध कराई। ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख जोराबर सिंह भुल्लर व महल सिंह नामधारी ने कहा कि गोबरा में आई आपदा मानवीय दृष्टिकोण से दुखदाई है। निर्धन परिवारों को मदद देकर आपदा से कुछ राहत दिलाई जा सकती है। सभी को इसमें सहयोग करना चाहिए। इस मौके पर बलजिदर काहलो, हरिदर संधू, मोहन सिंह, अखिलेश तिवारी व काकू भी मौजूद रहे। इसी प्रकार शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर फोर्स ने प्रभावितों के लिए लंगर की व्यवस्था की।