किसानों को मिलेगी फसल की सही कीमत
संवाद सहयोगी, रुद्रपुर : जल्द किसानों को अपनी फसल का उचित दाम मिल सकेगा। खेती की लागत में कम
संवाद सहयोगी, रुद्रपुर : जल्द किसानों को अपनी फसल का उचित दाम मिल सकेगा। खेती की लागत में कमी आएगी और उत्पादकता अधिक होगी। इसके लिए किसानों का संगठन बनेगा, जो संयुक्त रूप से अपने अनाज को कई राज्यों के रेट से मिलान कर अधिक दाम पर बेच सकेगा। इस व्यवस्था के बाद व्यापारी किसानों के पास आएंगे, जिससे उनका भाड़ा भी बचेगा।
किसानों की सतत आजीविका एवं आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) की ओर से आयोजित कृषि अधिकारियों की कार्यशाला में इस बाबत जानकारी दी गई। किसानों की आय बढ़ाने और कम लागत में अधिक उत्पादकता लेने विषय पर चर्चा की गई। अधिकारियों ने बताया कि किसानों को इसके लिए संगठन बनाना होगा। फिर उपज बेचने के लिए के लिए उन्हें अकेले मंडी के चक्कर नहीं लगाने होंगे।
जिलाधिकारी डॉ. नीरज खैरवाल ने कहा कि कृषक उत्पादन संगठन के माध्यम से बीज, खाद व कीटनाशक दवाओं को इकट्ठा खरीद कर खेती की लागत कम कर सकते हैं। साथ ही अपने उत्पादों को संगठन के माध्यम से बेचने पर उन्हें उत्पादों की अच्छी कीमत मिलेगी। उन्होंने मुख्य कृषि अधिकारी को निर्देश दिए कि पंचायत स्तर पर जाने वाली वैज्ञानिकों की टीम भी कृषि उत्पादक संगठन की जानकारी लोगों को उपलब्ध कराए ताकि संगठन में रहकर किसान अच्छी आय अर्जित कर सकें।
मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने बताया कि संगठन बनाने पर बैंक के माध्यम से कम दर पर नाबार्ड ऋण उपलब्ध कराता है। उन्होंने कहा कि सरकार के माध्यम से जो योजनाएं चलाई जा रही हैं, संगठन के माध्यम से उनका लाभ आसानी से मिल सकता है। नाबार्ड के विशाल शर्मा ने बताया कि उत्पादन संगठन किसानों, दुग्ध उत्पादकों, बुनकरों, ग्रामीण कारीगरों, शिल्पियों आदि प्राथमिक उत्पादकों द्वारा गठित विधिक निकाय है। किसानों या किसान संगठन द्वारा गठित उत्पादक संगठन को कृषक उत्पादन संगठन कहते हैं। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में 10 किसान मिलकर भी पंजीकरण कर संगठन बना सकते हैं। जानकारी दी गई कि जिले में अभी तक डॉ. अमित श्रीवास्तव द्वारा 250 किसानों को जोड़ते हुए इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल डेवलपमेंट व हीरा जंगपागी ने 425 किसानों को जोड़ते हुए महिला कल्याण संस्था कृषक उत्पादन संगठन बनाया है। इस मौके पर मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. अभय सक्सेना, जिला उद्यान अधिकारी डॉ. रामेश्वर ¨सह, सहायक गन्ना आयुक्त धरमवीर ¨सह, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी गोपाल ¨सह सहित अन्य अधिकारी, प्रगतिशील किसान व संगठन के लोग मौजूद थे।