काशीपुर को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर
काशीपुर डेवलपमेंट फोरम (केडीएफ) के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से मुलाकात कर उन्हें शहर की समस्याओं से अवगत कराया।
जासं, काशीपुर : काशीपुर डेवलपमेंट फोरम (केडीएफ) के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से देहरादून में मुलाकात कर उन्हें काशीपुर की समस्याओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने बेहद गंभीरता से सभी समस्याएं सुनीं। शिष्टमंडल ने सर्वप्रथम मुख्यमंत्री को काशीपुर आने का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया।
इस दौरान काशीपुर की विभिन्न समस्याओं जिनमें द्रोणसागर की डीपीआर, लक्ष्मीपुर माइनर (गूल), शुगर ़फैक्ट्री, बाजपुर रोड, रामनगर नहर लिक मार्ग, नाली निर्माण के लिए नगर निगम को बजट आवंटन, फ्लाइओवर निर्माण कार्य समय से पूर्ण करने की मांग की गई। द्रोण माइनर को पुन: पूर्व की भाति ताल से जोड़ते हुए द्रोणासागर ताल को बिना रुकावट के भरने हेतु नियम बनाने का भी आग्रह किया। गोविषाण को पुरातत्व विभाग की ' सी' श्रेणी में शामिल करने का सुझाव दिया गया। साथ ही द्रोण प्रतिमा व पंचतत्व मंदिर को लोगों के दर्शन के लिए खोले जाने की मांग की गई।
आल इंडिया इंडक्शन फ्नर्स एसोसिशन के अध्यक्ष व केडीएफ के उपाध्यक्ष देवेन्द्र अग्रवाल द्वारा जीएसटी में बोगस बिलों से आ रही समस्याओं के विषय में भी अवगत कराया गया। आइआइएम तथा रामनगर की गत 6 वर्षा से टूटी सड़क का निर्माण आदि समस्याओं पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री धामी ने काशीपुर नगर निगम को और अधिक कार्यशील बनाने के लिए आइआइएम द्वारा प्रभावी कार्ययोजना मॉडल के रूप में विकसित करने पर सहमति दी। इस दौरान शिष्टमंडल ने कहा केडीएफ़ को पूर्ण उम्मीद है कि मुख्यमंत्री काशीपुर आगमन पर द्रोणासागर, गूल व अन्य लंबित डीपीआर की घोषणा करेंगे। केडीएफ़ अध्यक्ष राजीव घई के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिलने वालों में देवेन्द्र अग्रवाल, पवन अग्रवाल, शरद गोयल, दिलप्रीत सिंह सेठी, अरुण शर्मा, आयुषी नागर, अपूर्व जिदल, अनिल तनेजा, प्रतीक जिदल, वीरेन्द्र कालरा शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी अशोक कुमार, डीआइजी निलेश आनंद भरणे, कृषि सचिव मीनाक्षी सुंदरम, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अभिनव कुमार से भी मुलाकात की। साथ ही मुख्य सचिव को सभी प्रतिवेदन की प्रति प्रेषित की।