शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन पर लगा ग्रहण

रुद्रपुर में करीब छह माह से चल रही शिक्षकों के दस्तावेजों की सत्यापन प्रक्रिया पर अब ब्रेक लग गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Feb 2021 04:33 AM (IST) Updated:Wed, 10 Feb 2021 04:33 AM (IST)
शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन पर लगा ग्रहण
शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन पर लगा ग्रहण

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : करीब छह माह से चल रही शिक्षकों के दस्तावेजों की सत्यापन प्रक्रिया पर अब ब्रेक लग गया है। सत्यापन के लिए संबंधित विश्वविद्यालय में 200 रुपये से लेकर 2760 रुपये लग रहे हैं। ऐसे में जिला शिक्षा विभाग ने सत्यापन कार्य पर रोक लगा दी है। साथ ही बजट के लिए विभाग को पत्र भेजा है।

उत्तराखंड में फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी करने के मामले का खुलासा होने के बाद कोर्ट ने वर्तमान में तैनात शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन के आदेश दिए थे। करीब छह माह पहले जिले के करीब तीन हजार शिक्षकों के दस्तावेज मंगा लिए गए। करीब 13 हजार दस्तावेज जमा करने के बाद सत्यापन की कार्रवाई शुरू हुई। जिन विवि एवं संस्थानों में सत्यापन कराना निश्शुल्क था, उनमें विभाग ने करीब चार हजार दस्तावेजों का सत्यापन करा लिया। अब शेष नौ हजार दस्तावेजों के लिए सत्यापन शुल्क की जरूरत पड़ने पर कार्य स्थगित है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि अब जो भी दस्तावेज सत्यापन कराने हैं। उसमें दो सौ रुपये से 2760 रुपये प्रति दस्तावेज खर्च आएगा। ऐसे में विभाग के पास बजट का अभाव होने से सत्यापन कार्य भी प्रभावित हो गया है। विभाग की ओर से वर्ष, 2017-18 तक सत्यापन नहीं कराया गया। अब पहली बार सत्यापन कार्य हो रहा है तो उसमें भी अड़चने आने लगी हैं।

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करीब चार हजार दस्तावेज सत्यापित हो चुके हैं। शेष के लिए करीब साढ़े चार लाख रुपये की आवश्यकता होगी। बजट की डिमांड भेज दी गई है। राशि आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

-रमेश चंद्र आर्य, सीईओ, ऊधम सिंह नगर

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