पेयजल निगम व रोडवेज में चार माह से नहीं मिला वेतन, कर्मचारी परेशान

कोरोना संक्रमण काल के बीच आम से लेकर खास तक दीपावली को लेकर उत्साह है पर कुछ विभागों के कर्मचारियों को वेतन न मिलने से वे परेशान हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 02:30 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 02:30 PM (IST)
पेयजल निगम व रोडवेज में चार माह से नहीं मिला वेतन, कर्मचारी परेशान
पेयजल निगम व रोडवेज में चार माह से नहीं मिला वेतन, कर्मचारी परेशान

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : कोरोना संक्रमण काल के बीच आम से लेकर खास तक दीपावली को लेकर उत्साहित है। ऐसे में सरकारी कर्मचारियों के सामने वेतन न मिलने की समस्या है। वहीं पेयजल निगम, रोडवेज में चार माह और एआरटीओ में दो माह का वेतन नही मिल सका है, जबकि पत्राचार कई बार हो चुका है।

पेयजल निगम में बीते चार माह से वेतन नही दिया जा सका है।पूर्व में अधिशासी अभियंता पंचानन चौधरी की तरफ से वेतन को लेकर समय पर भी मुख्यालय से बजट का आवंटन नही हो सका, जिससे वेतन जारी नही हो सका। उनके तबादले के बाद हल्द्वानी से अतिरिक्त चार्ज पर आए अधिशासी अभियंता एके कटारिया ने जल जीवन मिशन और दूसरी विभागीय बैठकों में वेतन का मामला उठाया पर फिलहाल आश्वासन के अलावा उनको कुछ हासिल नही हुआ। वेतन को लेकर लगातार जहा कर्मचारियों में आक्रोश है। वहीं दूसरी तरफ सरकार को राजस्व देने वाले रोडवेज का भी बुरा हाल है। यहा बीते चार महीने से वेतन के लाले हैं। यहा बीते दिनों से उत्तराखंड रोडवेज कर्मचारी यूनियन धरना जारी है। यूनियन ने बीते डिनो सरकार के खिलाफ हुंकार भर दी है।यदि दीपावली के पहले वेतन और बोनस न मिला तो आदोलन करने से पीछे नही हटेंगे। इसके पहले वेतन कटौती को लेकर धरना और प्रदर्शन रोडवेज कर्मचारी कर चुके हैं। रुद्रपुर डिपो में करीब 47 बसों के चालक, परिचालक सहित एक एक सैकड़ा से अधिक कर्मचारी हैं। जिनका हर माह का वेतन क्ररीब 25 लाख रुपए बनता है। एआरएम रोडवेज राकेश कुमार ने कहा कि कोशिश की जा रही है कि दीपावली के पहले वेतन मिल जाए। एमडी परिवहन से बात हुई है। उन्होनें आश्वस्त किया है कि वह शासन में बात कर रहे हैं।

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आरटीओ में बिल देर से लगा तो नही मिला वेतन

सरकार को करोड़ों रुपए का राजस्व हर माह देने वाला एआरटीओ भी कर्मचारियों को दो माह का वेतन नही दे सका। बीते माह कार्यालय की तरफ से जब बिल बनकर कोषागार भेजने की तैयारी हुई तो बताया गया पूल एकाउंट में बजट नही है। कुछ दिन रुकना पड़ेगा। दो चार दिन बाद ही बजट आते ही कार्यालय से वेतन बिल भेजने में देरी हो गई। जिसके बाद दूसरे विभागों के बिल तो पास हो गए,एआरटीओ का बिल पास न हो सका। एआरटीओ प्रशासन पूजा नयाल का कहना था कि वेतन के लिए बजट मागा है। उम्मीद है कि वेतन के लिए बजट इस बार मिल जाएगा।

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