डेढ़ दशक बाद पीएचसी में हुई चिकित्सक की तैनाती

सुल्तानपुर पट्टी में डेढ़ दशक के बाद नगर के सरकारी अस्पताल में एमबीबीएस चिकित्सक के रिक्त पद पर एक चिकित्सक की तैनाती हो गई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 05:58 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 05:58 PM (IST)
डेढ़ दशक बाद पीएचसी में हुई चिकित्सक की तैनाती
डेढ़ दशक बाद पीएचसी में हुई चिकित्सक की तैनाती

संवाद सूत्र, सुल्तानपुर पट्टी : डेढ़ दशक के बाद नगर के सरकारी अस्पताल में एमबीबीएस चिकित्सक के रिक्त पद पर एक चिकित्सक की तैनाती हो गई है। जबकि महिला चिकित्सक समेत स्वास्थ्य कर्मियों के कई पद अभी भी रिक्त हैं।

नगर पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग-74 पर स्थित एक मात्र अति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है। यहां नगर पंचायत सुल्तानपुर पट्टी के साथ ही आसपास के ग्राम पिपलिया, जगन्नाथपुर, सरकड़ा, रतनपुरा, रामजीवनपुर, पटौती, फौजी कॉलोनी, बड़ापुरा व सीमावर्ती उप्र के ग्राम हसनपुर, मिलक नौखरीद, घोसीपुरा, मिलक, मुकंदपुर, रहमतगंज, बिजारखाता आदि जगहों के मरीज इलाज कराने आते हैं। पीएचसी में सृजित चार चिकित्सकों (तीन पुरुष व एक महिला चिकित्सक) में से दो पदों पर संविदा के तहत चिकित्सक तैनात हैं, जबकि दो पद कई साल से रिक्त थे। इनमें एक पद पर एमबीबीएस चिकित्सक बाड़ीपुरा जम्मू-कश्मीर निवासी डा.खालिद यूनुस लॉन की तैनाती हो गई है। उन्होंने बुधवार को चिकित्सालय पहुंचकर प्रभारी चिकित्साधिकारी के तौर पर पदभार भी ग्रहण कर लिया है। महिला चिकित्साधिकारी का पद अभी भी रिक्त है। डा.खालिद ने कहा कि क्षेत्रवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले इसके लिए प्रयास करूंगी।

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पीएचसी में यह पद पर हैं रिक्त

महिला चिकित्साधिकारी एक, एएनएम चार, फार्मेसिस्ट, वार्ड ब्वॉय, टेक्नीशियन के दो-दो पद रिक्त हैं। इन पदों के रिक्त होने की वजह से पीएचसी में स्वास्थ्य सुविधा का लाभ क्षेत्रवासियों को पूरी तरह नहीं मिल पा रहा है। महिला चिकित्साधिकारी के न होने के कारण क्षेत्रवासियों को प्रसव के लिए शहर से बाहर जाना पड़ता है या फिर निजी चिकित्सालयों में प्रसव करवाया जाता है जिससे अधिक धन खर्च करने को मजबूर होना पड़ रहा है।

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