सीएमएस के जवाब न देने पर डीएम ने लगाई फटकार

रुद्रपुर में जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़ी अधिकारियों के साथ बैठक की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 30 Apr 2021 07:58 PM (IST) Updated:Fri, 30 Apr 2021 07:58 PM (IST)
सीएमएस के जवाब न देने पर डीएम ने लगाई फटकार
सीएमएस के जवाब न देने पर डीएम ने लगाई फटकार

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं से जुड़ी अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अस्पताल के सीएमएस डा.आरएस सामंत से अस्पताल में उपलब्ध दवाओं आदि की जानकारी मांगी तो सीएमएस कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इस पर डीएम भड़क गई और उन्होंने सीएमएस को डांट लगाते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य अधिकारियों को चेताया कि मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की ढिलाई बिल्कुल सहन नहीं किया जाएगा। अस्पतालों में दवाइयां पर्याप्त मात्रा में रखी जाएं, जिससे इलाज में कोई दिक्कत न हो सके।

डीएम रंजना ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों की बैठक लेते हुए अपर जिलाधिकारी को आयुर्वेद विभाग से जिला चिकित्सालय में छह चिकित्सक, 10 नर्स व इतने ही वार्ड ब्वाय तत्काल संबद्ध करने को कहा। उन्होंने एसीएमओ डा. अविनाश खन्ना से कहा कि जिन स्थानों पर कोविड-19 की जांच की जा रही है, उन स्थानों पर तत्काल होम आइसोलेशन किट उपलब्ध कराई जाएं, जिससे कोविड लक्षण वाले व्यक्तियों को तत्काल किट उपलब्ध करा दिया जाएं। इससे होम आइसोलेशन में मरीजों का उपचार हो सके। डीएम ने कहा कि यदि किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही प्रकाश में आती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर सीडीओ हिमांशु खुराना, अपर मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन/नोडिल अधिकारी कोविड हास्पिटल मैनेजमेंट बंशीधर तिवारी, अपर जिलाधिकारी उत्तम सिंह चौहान, जगदीश चंद्र कांडपाल, सीएमओ डा. डीएस पंचपाल, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. आरएस सावंत मौजूद थे।

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केके होटल बना डीसीसीसी

जासं, रुद्रपुर : जिलाधिकारी रंजना राजगुरु ने कोरोना की दूसरी लहर बढ़ने से केके होटल रुद्रपुर को अधिगृहित कर डीसीसीसी के रूप में तब्दील किया गया। इसके संचालन के लिए डा. यतिद्र बिजवाल, मोबाइल नंबर 7895027474 को नोडल/सेक्टर अधिकारी व धीरेंद्र कुमार भट्ट, राज्य कर अधिकारी को केंद्र प्रभारी नामित किया है। कहा कि डीसीसीसी के लिए नोडल अधिकारी समस्त स्वास्थ्य सुविधाओं की निगरानी एवं पर्याप्त स्टाफ की व्यवस्था, मरीजों का समय-समय पर परीक्षण एवं दवाइयों की व्यवस्था, आवश्यकता पडने पर आक्सीजन आदि अति आवश्यकीय सुविधाओं की व्यवस्था तथा गंभीर मरीजों को एंबुलेंस के माध्यम से रेफर किया जाना सुनिश्चित करेगें।

प्रभारी अधिकारी केंद्र में खान-पान, साफ-सफाई व स्वास्थ्य की व्यवस्थाओं का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाएं और निरीक्षण की सूचना रोजाना सुबह दस बजे व शाम सात बजे निर्धारित प्रारूप में नोडल डीसीसीसी/मुख्य विकास अधिकारी या उनके द्वारा प्राधिकृत सहायक नोडल अधिकारी, डीसीसीसी को उपलब्ध कराएं। डीएम ने कहा कि किसी भी केंद्र में किसी प्रकार की अव्यवस्था होने या व्यवस्थाओं का मानकों के अनुरूप न होने की सूचना तत्काल नोडल अधिकारी को उपलब्ध कराएंगे और संबंधित अधिकारियों से समन्वय कर व्यवस्थाओं को दूरुस्त कराएंगे। उन्होंने नोडल अधिकारी डीसीसीसी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी को होटल को अपने पर्यवेक्षण में लेते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने को कहा। आदेश का उल्लंघन होने पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

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