युवाओं का छह साल का गोल्डन समय नहीं होगा बर्बाद : सुप्रिया

रुद्रपुर में कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि प्रदेश में सरकार की नीतियों से लोग परेशान हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 04 Mar 2021 12:42 AM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 12:42 AM (IST)
युवाओं का छह साल का गोल्डन समय नहीं होगा बर्बाद : सुप्रिया
युवाओं का छह साल का गोल्डन समय नहीं होगा बर्बाद : सुप्रिया

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : कांग्रेस राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि प्रदेश में कौशल विकास का ढिढोरा पीटने के बाद भी युवा बेरोजगार हैं। सरकार अपनी ही योजना से युवाओं को लाभान्वित नहीं करा पा रही है। कौशल विकास के नाम पर चार वर्ष का प्रशिक्षण छह वर्ष में प्राप्त करने के बाद भी युवा खाली है तो वह युवाओं की आवाज बनकर वह गोल्डन समय बर्बाद होने से बचाने का काम करेगी।

दिल्ली मार्ग पर स्थित स्थानीय एक होटल में युवाओं से संवाद के दौरान कहा कि कांग्रेस नेता प. नारायण दत्त तिवारी की सोच थी कि सिडकुल में युवाओं को रोजगार मिलेगा, मगर भाजपा सरकार में नौकरी कम हो रही है। इसका कारण सरकार की गलत नीतियां ही है। युवाओं ने कौशल विकास योजना के तहत अशोक लेलेंड में प्रशिक्षण प्राप्त किया, लेकिन बाबजूद इसके उनके पास आज नौकरी नहीं है। इसके लिए जिम्मेदार लोग अपनी जिम्मेदारी से बचने का प्रयास कर रहे है। वह उन्हें अपनी जिम्मेदारी से बचने नहीं देंगी। भारत के अंदर युवाओं के दम पर विश्व गुरु बनने की जो क्षमता है वह उसे संवाद के माध्यम से आगे ले जाने का प्रयास करेगी। संवाद कार्यक्रम का संचालन अंशुल वर्मा ने किया। इस दौरान पूर्व दर्जा राज्य मंत्री हरीश पनेरु, वरुण कपूर, राजेंद्र पाल सिंह पाटू सहित बड़ी संख्या में प्रशिक्षण के बाद भी बेरोजगार युवा कार्यक्रम में मौजूद थे। युवाओं के बीच जाकर जानी उनके मन की बात

रुद्रपुर : मंच से संबोधन के स्थान पर सुप्रिया श्रीनेत ने युवाओं से सीधे संवाद को महत्व दिया। वह जब मंच से उतर कर अचानक माइक पकड़ कर युवाओं के बीच चली तो मंचासीन लोग भी उनके पीछे चल दिए। उन्होंने सबको मंच पर वापस भेज कर युवाओं के मन की बात जानने का प्रयास किया। युवाओं ने उनको अपनी समस्याओं के बारे में बताया। अर्थव्यवस्था को मजबूत करना सरकार की जिम्मेदारी

रुद्रपुर : सुप्रिया श्रीनेत ने कहा अर्थव्यवस्था को मजबूत करना सरकार की जिम्मेदारी है। यह उपभोग, निवेश, निर्यात व सरकारी खर्च पर टिकी है। उसकी सहीं प्रबंधन ही देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकता है। सरकार को माहौल बना कर नौकरी देने के लिए काम करना होगा, लेकिन सरकार नौकरी की दिशा में कोई काम नहीं कर रही है। संदीप जुनेजा

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