देश में भाईचारा चाहते हैं आजादी के नायक गुरुदयाल सिंह

आजादी की लड़ाई में भाग लेने वाले 97 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गुरदयाल सिंह देश में भाईचारा देखना चाहते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 08:21 PM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 08:21 PM (IST)
देश में भाईचारा चाहते हैं आजादी के नायक गुरुदयाल सिंह
देश में भाईचारा चाहते हैं आजादी के नायक गुरुदयाल सिंह

जासं, सितारगंज : आजादी की लड़ाई में भाग लेने वाले 97 वर्षीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गुरदयाल सिंह देश में भाईचारे की तमन्ना रखते हैं। उन्होंने बताया कि इसी मकसद को लेकर उन्होंने आजादी की जंग में भाग लिया था।

ग्राम सिसैया निवासी गुरुदयाल सिंह ने आजादी की जंग में अंग्रेजों का डटकर मुकाबला किया है। वह जेल भी गए हैं। आजादी के सात दशक बाद गुरदयाल सिंह ने बताया कि एकता और भाईचारा बना रहना देश के हित में है। इसी सपने को आंखों में संजोकर अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ाई की थी, लेकिन आज के समय में भेदभाव जातिवाद बढ़ गया है। लोग अपनों के ही दुश्मन होने लगे हैं। इसको देख कर उनके मन में सवाल उठता है कि क्या इसी दिन के लिए उन्होंने अंग्रेजों से लोहा लिया था। उन्होंने सभी देशवासियों को एक रहने की सलाह दी। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पुत्र सुरजीत सिंह ने बताया कि वह आजादी को सही तरीके से जी रहे हैं। जबकि उनके पिताजी आज के युग में भेदभाव को देखकर मन में कसक महसूस करते हैं। -----

स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को किया सम्मानित

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर स्वतंत्रता सेनानी एवं उत्तराधिकारी कल्याण समिति के पदाधिकारियों ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सम्मानित किया। ग्राम सिसैया में आयोजित कार्यक्रम में 97 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी गुरदयाल सिंह और 98 वर्षीय राष्ट्रपति पुरुस्कार प्राप्त स्वतंत्रता संग्राम सेनानी दर्शन सिंह को शाल एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। वक्ताओं ने देश की आजादी के लिए उनके त्याग और बलिदान को नमन किया। स्वतंत्रता सेनानियों की स्मृति में गुरुद्वारा परिसर में पौधरोपण किया गया। इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष जीसी परगाई, जिलाध्यक्ष वशिष्ठ कुमार, सचिव दीप चन्द्र भट्ट, ब्लॉक अध्यक्ष प्रेमप्रकाश, सरजीत सिंह, अरविन्द सिंह, विजय कुमार शामिल रहे।

chat bot
आपका साथी