गाजीपुर बॉर्डर पर बाजपुर के किसानों का धरना

कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बार्डर पर चल रहे धरने में बाजपुर के किसानों ने भी भागीदारी की।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 10 Aug 2021 09:23 PM (IST) Updated:Tue, 10 Aug 2021 09:23 PM (IST)
गाजीपुर बॉर्डर पर बाजपुर के किसानों का धरना
गाजीपुर बॉर्डर पर बाजपुर के किसानों का धरना

संवाद सहयोगी, बाजपुर : किसान अपनी मांगों को मनवाने का हरसंभव वो प्रयास करेगा जो आवश्यक है। इसके लिए प्रत्येक गांव की इकाई व किसानों को आंदोलन में योगदान देना होगा तभी हम सरकार से अपनी बात मनवा सकते हैं। यह बात गाजीपुर बॉर्डर पर बाजपुर व अन्य जगहों से पहुंचे किसानों से वार्ता के दौरान भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कही।

बाजपुर से भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा की अगुवाई में दिल्ली की सरहद गाजीपुर बॉर्डर पर गए किसानों से वार्ता में उच्च स्तरीय किसान नेताओं द्वारा 15 अगस्त को दिल्ली में ध्वज फहराने की रणनीति पर विचार किया गया। भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि बाजपुर के 20 गांव का मसला जल्द हल न हुआ तो फिर आंदोलन किया जाएगा। इस मौके पर भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष गणेश उपाध्याय, ब्लॉक अध्यक्ष प्रताप सिंह संधू, दलजीत सिंह रंधावा, शमशेर सिंह, मुख्तयार सिंह, हरदयाल सिंह, रणजीत सिंह, नत्था सिंह, जीत सिंह, अमृतपाल सिंह, तेजपाल सिंह, महेंद्र सिंह मौजूद थे।

संवाद सहयोगी, खटीमा : भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) से जुड़े सीमांत के विभिन्न गांवों के 26 किसान कारों में सवार होकर गाजीपुर बार्डर के लिए रवाना हो गए। वहां वे कृषि कानूनों के विरुद्ध धरने पर बैठे किसानों के समर्थन में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।

भाकियू चढूनी के ब्लॉक अध्यक्ष मनजिंदर सिंह के नेतृत्व में मंगलवार को क्षेत्र के विभिन्न गांवों के ये किसान गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना हुए। संगठन के नेता प्रकाश तिवारी ने हरी झंडी दिखाकर उन्हें रवाना किया। इस दौरान किसानों ने टोल प्लाजा पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन भी किया। किसान नेता तिवारी ने कहा कि जब सरकार कृषि कानून वापस नहीं ले लेती, किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर दिलबाग सिंह, निशान सिंह, रक्षपाल सिंह, गुरजिंदर सिंह, रजिदर सिंह, गुरलाल सिंह, बलविंदर सिंह ढिल्लो, गुरदेव सिंह, अनिल राणा, त्रिलोक सिंह राणा आदि मौजूद थे।

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