आंदोलन में डटी रहीं आशा कार्यकर्ता
विभिन्न मांगों को लेकर आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन से जुड़ी आशा कार्यकर्ताओं का कार्य बहिष्कार आंदोलन सातवें दिन भी जारी रहा।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : विभिन्न मांगों को लेकर आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन से जुड़ी आशा कार्यकर्ताओं का कार्य बहिष्कार सातवें दिन भी जारी रहा। उन्होंने सीएचसी परिसर में धरना-प्रदर्शन कर मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की। धरना स्थल पर पहुंची कांग्रेस नेत्री सुनीता टम्टा बाजवा ने कार्यकत्रियों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया।
रविवार को धरना स्थल पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि गहरी नींद में सोयी सरकार को जगाने के लिए आंदोलन चलाया जा रहा है। वेतन और सम्मान के लिए आशा वर्कर्स संघर्ष कर रही हैं। कोरोना संकट के समय की गई सेवा को भुलाकर प्रदेश सरकार जानबूझकर आशाओं के आंदोलन को नजरअंदाज कर रही है, लेकिन उनकी लड़ाई मजबूत होती जा रही है। अब आशाओं के शोषण की पराकाष्ठा हो गई है। एक तो सरकार मासिक वेतन नहीं दे रही है, दूसरी ओर उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के बाद भी चुप्पी साधे हुए है। सरकार की इसी कार्यप्रणाली के खिलाफ आशाओं का यह आंदोलन है और जब तक सरकार रवैये में बदलाव लाकर समस्याओं का निराकरण नहीं करती, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
इसी बीच सीएचसी पहुंची कांग्रेस पीसीसी सदस्य सुनीता टम्टा बाजवा ने आंदोलन को समर्थन दिया। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष रीता कश्यप, निशा शर्मा, रेखा यादव, प्रेमा रानी, ज्योति, मैना यादव, रीना सिंह, पूनम भारती, गीता कंबोज, बबीता, चंद्रवती, सावित्री, गीता, नीलम, कमला देवी, प्रेमा आर्य, मीना दिवाकर, भावना पंत, कृष्णा देवी, सरोज कौर, राजेश्वरी थी।
सितारगंज में भी धरना प्रदर्शन
जासं, सितारगंज : 12 सूत्री मांगों को लेकर कार्य बहिष्कार कर धरने दे रही आशा वर्कर सातवें दिन भी आंदोलनरत रहीं। उन्होंने मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। पूर्व विधायक नारायण पाल ने धरनास्थल पहुंचकर आशा वर्करों को समर्थन देते हुए सरकार से मांगों पर कार्रवाई का आग्रह किया। यहां आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन की ब्लॉक अध्यक्ष सरमीन सिद्दीकी, चरनजीत, रहीमा, कंचन गुप्ता, तारा बिष्ट, प्रवीन, भावना, मोबीना आदि थे।