यहां दाबका नदी के किनारे मिली हैं प्राचीन और दुर्लभ मूर्तियां, जानिए

ऊधमसिंह नगर जिले के बाजपुर में दाबका नदी किनारे प्राचीन और दुर्लभ मूर्तियां मिली हैं। मौके पर लोगों की भीड़ जुटी हुर्इ है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sat, 23 Feb 2019 02:31 PM (IST) Updated:Sat, 23 Feb 2019 09:08 PM (IST)
यहां दाबका नदी के किनारे मिली हैं प्राचीन और दुर्लभ मूर्तियां, जानिए
यहां दाबका नदी के किनारे मिली हैं प्राचीन और दुर्लभ मूर्तियां, जानिए

बाजपुर, जेएनएन। खनन चुगान के लिए प्रतिबंधित दाबका नदी के गोबरा नंबर आठ में खनन चुगान के दौरान प्राचीन और दुर्लभ मूर्तियां मिली हैं। सूचना पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया। पुलिस ने उस स्थान को अपने कब्जे से ले लिया है, जहां से मूर्तियां मिली है।  

दरअसल, बैंतखेड़ी गांव निवासी दलजीत सिंह पुत्र बिरसा सिंह का गोबरा नंबर आठ के अंतर्गत दाबका नदी किनारे खेत है। शनिवार की सुबह पीएसी कर्मी संजय नेगी, अजय रावत, दुर्गेश सिंह और रविंदर सिंह रूटीन गश्त पर थे। इस दौरान उन्हें करीब सात मीटर नीचे प्राचीन मूर्तियों, पिलर सिलापट नजर आए। 

उन्होंने इसकी जानकारी तुरंत बन्नाखेड़ा पुलिस को दे दी। कुछ देर बाद स्थानीय प्रशासन को भी मामले की सूचना दे दी गई। आनन-फानन एसडीएम विवेक प्रकाश, सीओ एमसी बिंजोला, कोतवाल जीबी जोशी, एसएसआइ नासिर हुसैन मय फोर्स मौके पर पहुंच गए और घटनास्थल का गहनता पूर्वक अध्ययन किया गया।

एसडीएम के अनुसार ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यहां पूर्व में कभी पूजा स्थल रहा हो, लेकिन सही क्या है इस पर जांच कराई जा रही है। साथ ही पूरे मामले से पुरातत्व विभाग को भी अवगत कराया जा रहा है। फिलहाल, पुलिस ने इस क्षेत्र को अपने कब्जे में ले लिया है। 

इधर, नदी किनारे मूर्तियां निकलने की जानकारी पूरे क्षेत्र में फैल गई। जिससे मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों जुट गए। बताते चलें कि यह क्षेत्र खनन चुगान के लिए पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है। बावजूद इसके देर-सबेर खनन चुगान हो रहा है। इससे स्थानीय प्रशासन के साथ ही खनन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।  

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