जून में 48306 ऑनलाइन कार्डधारकों को मिलेगा गेहूूं, चावल

जागरण संवाददाता, सितारगंज : विपणन विभाग ने ऑनलाइन हो चुके 48306 राशन कार्डधारकों के लिए जून में 8247

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 07:41 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 07:41 PM (IST)
जून में 48306 ऑनलाइन कार्डधारकों को मिलेगा गेहूूं, चावल
जून में 48306 ऑनलाइन कार्डधारकों को मिलेगा गेहूूं, चावल

जागरण संवाददाता, सितारगंज : विपणन विभाग ने ऑनलाइन हो चुके 48306 राशन कार्डधारकों के लिए जून में 8247 क्विटल गेंहू, चावल सरकारी सस्ता गल्ले की दुकानों को आवंटित कर दिया है। सभी 83 दुकानों पर अन्त्योदय, एपीएल व खाद्य सुरक्षा के अंतर्गत आने वाले उपभोक्ताओं को राशन दिया जाएगा।

ब्लाक में 350 राशन कार्डधारकों का राशनकार्ड ऑनलाइन नहीं हो पाने से जून में राशन नहीं मिल पाएगा। पूर्ति निरीक्षक धमेंद्र सिंह धामी ने बताया कि अब तक 48306 राशनकार्ड धारक ऑनलाइन किए जा चुके हैं। जून में इन कार्डधारकों को राशन उपलब्ध कराया जा चुका है। विपणन विभाग के मार्केटिग इंस्पेक्टर ने बताया कि जून माह का 8247.90 क्विंटल राशन सस्ता गल्ला विक्रेताओं को आवंटित कर दिया गया है। इसमें एपीएल, एनएफएसए व अन्त्योदय कार्डधारक शामिल हैं। पूर्ति निरीक्षक ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना, अन्त्योदय कार्डधारकों को पांच किग्रा प्रति यूनिट के मुताबिक मुफ्त राशन दिया जायेगा। नियमित राशन वितरण में भी इस तरह के कार्डधारकों को सस्ते दर पर अनाज दिया जा रहा है। राशन प्राप्त करने में उपभोक्ताओं को किसी प्रकार की असुविधा न उठानी पड़े इसके लिए विभाग लगातार सस्ता गल्ले की दुकानों का निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार कर रहा है।

30 मई तक एंट्री करवाने वालों को मिलेगा राशन

जासं, किच्छा : राशन कार्ड आनलाइन न हो पाने पर राशन न मिलने से परेशान लोगों ने कांग्रेस प्रदेश सचिव संजीव कुमार सिंह के साथ एसडीएम एनसी दुर्गापाल से मुलाकात की। उन्होंने पूर्ति निरीक्षक के कार्यालय में मौजूद न रहने का आरोप लगाया। लोगों को राशन भी नहीं मिल रहा है। एसडीएम ने कहा जिन लोगों की एंट्री 30 मई तक हो चुकी है, उन्हें राशन वितरण का प्रबंध किया जाएगा। इसके अलावा राशन कार्ड के ऑनलाइन करने की प्रक्रिया को और तेज किया जाएगा, जिससे हर व्यक्ति को राशन मिल सके। इस मौके पर संजय यादव, मंजू शर्मा, सचिन कुमार, नरेश कुमार, अफरोज, कमला रानी मौजूद थे।

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