निर्माण में लापरवाही, खतरे में ग्रामीण

जागरण संवाददाता, नई टिहरी : चंबा में ऑलवेदर रोड और भूमिगत सुरंग के निर्माण में भारी लापरवाही की जा र

By JagranEdited By: Publish:Wed, 09 Dec 2020 10:15 PM (IST) Updated:Wed, 09 Dec 2020 10:15 PM (IST)
निर्माण में लापरवाही, खतरे में ग्रामीण
निर्माण में लापरवाही, खतरे में ग्रामीण

जागरण संवाददाता, नई टिहरी : चंबा में ऑलवेदर रोड और भूमिगत सुरंग के निर्माण में भारी लापरवाही की जा रही है। वर्ष 2019 में चंबा में भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी ने भूमिगत सुरंग का काम शुरू किया था। निर्माण शुरू होने पर मठियाण गांव, मंज्यूड़, गुल्डी, दिखोल गांव के लगभग 42 मकानों में दरारें पड़ गई थी। ग्रामीणों ने जब विरोध और धरना दिया तो प्रशासन और निर्माणदायी एजेंसी भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी ने सुरक्षा कार्य और मुआवजे का आश्वासन दिया। लेकिन, एक साल बाद भी न तो मुआवजा मिला और ना ही सुरक्षा कार्य किए गए हैं। जिसका खामियाजा ग्रामीण भुगत रहे हैं और डर के साये में जी रहे हैं।

मंज्यूड़ गांव निवासी सोबन सिंह नेगी के मकान में भारी दरारें पड़ने से उन्होंने मकान खाली कर दिया था और किराए के मकान में रह रहे थे। लेकिन, अभी तक उनको मुआवजा नहीं मिला है। कई अन्य ग्रामीण भी अपने मकानों को छोड़ चुके हैं। इस मामले में एक साल से निर्माण कंपनी ग्रामीणों को गुमराह कर रही है। लेकिन, उसके बाद भी प्रशासन की तरफ से ग्रामीणों की कोई मदद नहीं की जा रही है।

ऑलवेदर रोड और सुरंग के निर्माण में भारी लापरवाही हो रही है। कंपनी की लापरवाही से एक युवक की मौत हो गई और कई ग्रामीण खतरे में है। अगर जल्द ही सुरक्षा प्रबंध नहीं किए गए तो जनता सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेगी।

संजय मैठाणी, ज्येष्ठ प्रमुख चंबा ब्लॉक

घटिया निर्माण का लगाया आरोप

ग्रामीणों ने ऑलवेदर रोड निर्माण के दौरान कंपनी पर घटिया निर्माण का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि रोड के किनारे सुरक्षा दीवारें अभी कुछ समय पहले ही बनी हैं। लेकिन, दीवार पर दरारें पड़ गई हैं। घटिया निर्माण के कारण कभी भी हादसा हो सकता है। कोई भी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। भूमिगत सुरंग चंबा शहर के नीचे बनाई जा रही है अगर वहां पर घटिया निर्माण हुआ तो चंबा निवासियों के लिए भी बड़ा खतरा है। ग्रामीणों ने प्रशासन से निर्माण की जांच की मांग की है।

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पैदल रास्तों का काम हमारे स्टीमेट में नहीं है। हालांकि कुछ रास्तों पर हम रेलिग आदि लगा देंगे। जहां तक मकानों में आई दरारों का सवाल है तो वह बीआरओ का मामला है। बीआरओ के अधिकारी ही इस पर कुछ बता पाएंगे।

आलोक अग्रवाल, प्रोजेक्ट मैनेजर, भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी

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