टिहरी झील में पर्यटकों के पहुंचने से बढ़ी रौनक
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: टिहरी झील में दो माह बाद बीती मंगलवार से बोट संचालन शुरू होने से धीरे-धीरे र
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: टिहरी झील में दो माह बाद बीती मंगलवार से बोट संचालन शुरू होने से धीरे-धीरे रौनक बढ़ने लगी है। पहले दिन जहां 50 पर्यटकों ने झील में बोटिग का लुत्फ उठाया, वहीं बुधवार को करीब 75 पर्यटकों ने झील में बोटिग की। दूसरे दिन बाहर से भी पर्यटक टिहरी झील पहुंचे। पर्यटकों के आने से बोट संचालक भी खुश नजर आ रहे हैं।
कोविड-19 के चलते दो माह से झील में बोटिग का संचालन बंद पड़ा था। इसके चलते 42 वर्गकिमी झील वीरान पड़ी थी। इससे बोट संचालकों को भी काफी घाटा उठाना पड़ रहा था। वे लगातार यहां बोटिग शुरू करने की मांग करते आ रहे थे। बीती मंगलवार को यहां बोट संचालन शुरू हो गया। पहले दिन यहां पर 50 पर्यटक ही पहुंच पाए, उनमें भी अधिकांश पर्यटक नई टिहरी व आसपास के क्षेत्र के थे। लेकिन, मंगलवार को न केवल पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ, बल्कि हरियाणा, गुड़गांव और दिल्ली से भी पर्यटक यहां पहुंचे। दूसरे दिन करीब 75 पर्यटकों ने झील में बोटिग कर झील का नजारा देखा। बोटिग शुरू होने के बाद दूसरे दिन भी झील में रौनक देखने को मिली। इससे बोट संचालकों को भी राहत मिली है। पर्यटकों के टिहरी झील पहुंचने से अब बंद पड़ा पर्यटन भी पटरी पर लौट जाएगा। गुड़गांव में बिल्डर विजय सिंह रावत, जो मूल रूप से टिहरी के कांडीखाल के रहने वाले हैं अपने कंपनी के कर्मचारी व दोस्तों के साथ टिहरी झील में बोटिंग के लिए आए थे। उन्होंने कहा कि झील में बोटिग करना काफी अच्छा लगा। गुड़गांव में भी वह अपने दोस्तों को टिहरी झील के बारे में जानकारी देते रहते हैं। वहीं दिल्ली से आए आशुतोष भी झील में बोटिग करने के बाद खुश नजर आए। ऋषिकेश में होटल व्यवसाय करने वाले सतेंद्र मोहन का कहना है कि वह झील में बोटिग को लेकर काफी उत्साहित थे। गंगा भागीरथी बोट संचालन समिति के संरक्षक कुलदीप पंवार ने बताया कि बुधवार को न केवल पर्यटकों की संख्या बढ़ी है, बल्कि बाहर से भी पर्यटक यहां पहुंचे हैं। हरियाणा, दिल्ली, देहरादून आदि जगहों से भी पर्यटकों के पहुंचने से व्यवसाय के पटरी पर लौटने की उम्मीद जगने लगी है।