पिकनिक स्पॉट की बदलेगी सूरत

मुख्यालय के समीप पिकनिक स्पॉट की सूरत अब बदल जाएगी। इसे विकसित करने को वन विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। आने वाले समय में यहां पर्यटकों के लिए कुछ और सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jan 2019 05:39 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jan 2019 05:39 PM (IST)
पिकनिक स्पॉट की बदलेगी सूरत
पिकनिक स्पॉट की बदलेगी सूरत

संवाद सहयोगी, नई टिहरी: मुख्यालय के समीप पिकनिक स्पॉट की सूरत अब बदल जाएगी। इसे विकसित करने को वन विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। आने वाले समय में यहां पर्यटकों के लिए कुछ और सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी। इसके लिए विभाग ने अपने स्तर से कार्ययोजना तैयार की है। पर्यटकों के लिए यहां ओपन जिम खोला गया है। इसके अलावा बैठने के लिए छतरी लगाई गई है। जो झूले क्षतिग्रस्त हो गए थे, उन्हें ठीक कर दिया गया है। इसके अलावा अब पिकनिक स्पॉट के आस-पास फूलों के साथ-साथ स्थानीय प्रजाति के पौधे भी लगाए जाएंगे।

जिला मुख्यालय के समीप पिकनिक स्पॉट को अब तक पूरी तरह विकसित नहीं किया जा सका है। करीब चार हेक्टेयर में फैला यह स्पॉट शहर के सबसे ऊपरी क्षेत्र में स्थित है, जो काफी रमणीक है। साथ ही शोरगुल से दूर होने के कारण पर्यटकों की पसंद भी बना हुआ है। इसे देखते हुए वन विभाग ने पिकनिक स्पॉट को विकसित करने की कवायद शुरू कर दी है। यहां एक व्यू प्वाइंट बनाया गया है, जहां से पर्यटक हिमालय का दीदार कर सकते हैं। इसके अलावा यहां ढाई किमी का मॉर्निंग वॉक ट्रेक भी तैयार किया जा रहा है। पिकनिक स्पॉट को जाने के लिए एक प्रवेश द्वार बनाया गया है, जिससे पर्यटक अंदर प्रवेश कर सकते हैं। इस गेट के आगे एक और गेट बनाया गया है, जहां से ट्रैक बनाया गया है। यहां अन्य जगहों से तारबाड़ की गई है ताकि कोई जानवर यहां न घुस पाए। गर्मियों में बड़ी संख्या में पर्यटक यहां पहुंचते हैं। यहा से सिद्धपीठ सुरकंडा, चंद्रबदनी, चौखंबा आदि चोटियां भी दिखाई देती हैं।

यह होंगे कार्य

पर्यटक स्थल के आस-पास स्थानीय प्रजाति के बांज, बुरांश, पंइया, मोरू आदि के पौधों का रोपण किया जाएगा। इनकी देखभाल विभाग की ओर से की जाएगी। इसके अलावा विभिन्न प्रजातियों के फूल भी लगाए जाएंगे। साथ ही जगह-जगह कूड़ेदान लगाए जाएंगे।

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पिकनिक स्पॉट में ओपन जिम खोला गया है। एक मुख्य गेट तैयार किया गया है, यही से पर्यटक पिकनिक स्पॉट के लिए प्रवेश कर पाएंगे। जल्द ही इसे और भी अधिक विकसित करने की योजना है।

कोको रोसे, प्रभागीय वनाधिकारी टिहरी वन प्रभाग

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