टिहरी : छात्र की मौत मामले के आरोपित दो छात्र जुवेनाइल कोर्ट में पेश

दो छात्रों के बीच हुए झगड़े के बाद अस्पताल में भर्ती एक की मौत हो गई। इससे गुस्साए स्वजनों और ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय में प्रदर्शन किया और धरना दिया। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन की इस मामले में बहुत बड़ी लापरवाही है

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Sat, 21 Aug 2021 03:06 PM (IST) Updated:Sat, 21 Aug 2021 03:06 PM (IST)
टिहरी : छात्र की मौत मामले के आरोपित दो छात्र जुवेनाइल कोर्ट में पेश
दो छात्रों के झगड़े में एक की अस्पताल में मौत, एसडीएम कार्यालय में ग्रामीणों का प्रदर्शन।

जागरण संवाददाता, नई टिहरी। राजकीय इंटर कालेज कीर्तिनगर में छात्रों के बीच मारपीट में घायल हुए छात्र की मौत के बाद गुस्साए स्वजन और ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय में प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोपित छात्रों और स्कूल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मौत मामले के आरोपित दो छात्रों को जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया।

बीती 17 अगस्त को राइंका कीर्तिनगर में 11वीं के छात्र आयुष नेगी व कक्षा के दो छात्रों के बीच मारपीट हो गई थी। जिसमें आयुष गंभीर रूप से घायल हो गया था। बीती रात आयुष नेगी की देहरादून के एक अस्पताल में मौत हो गई। शनिवार को आयुष के स्वजन और ग्रामीण एसडीएम कार्यालय कीर्तिनगर पहुंचे और स्कूल के प्रधानाचार्य व एक शिक्षिका के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों का कहना था कि छात्रों की मारपीट के दौरान प्रधानाचार्य और शिक्षिका अगर सतर्क होते और उनमें बीच बचाव कराते तो आयुष की मौत न होती। दोनों आरोपित छात्र के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई हो।

कीर्तिनगर कोतवाली निरीक्षक रविंद्र यादव ने बताया कि मारपीट के आरोपित दोनों छात्र को जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया। ग्रामीणों की स्कूल प्रशासन के खिलाफ मांग पर एसडीएम अजयवीर सिंह ने जिलाधिकारी कार्यालय से अनुमति मांगी है। एसडीएम ने बताया कि स्कूल में अनुशासनहीनता को लेकर शिकायत पहले भी मिली हैं। ऐसे में जांच कराई जाएगी।

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बीआरओ के अधिकारी पर लगाया अभद्रता का आरोप

भारत-चीन सीमा पर मलारी से नीति तक सड़क निमाण में जुटे स्थानीय ठेकेदारों ने सीमा सड़क संगठन के उच्चाधिकारी पर अभद्रता समेत कई आरोप लगाए हैं। इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र भेजकर संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की गई है। ज्ञापन में कागा गरपक के प्रधान का कहना है कि सीमा सड़क संगठन की कार्यदायी संस्था ओएएसआइएस की ओर से बुरांश से नीति तक सड़क चौड़ीकरण किया जा रहा है। बताया कि सड़क का कुछ कार्य स्थानीय ठेकेदारों को भी दिया गया है। आरोप लगाया कि सीमा सड़क संगठन के कैप्टन पारस शर्मा सड़क निर्माण का कार्य कर रहे स्थानीय ठेकेदारों के साथ अभद्रता कर रहे हैं, जिससे स्थानीय निवासियों में आक्रोश है।

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