पीएम के प्रोग्राम में चयनित टिहरी के दो छात्रों के मॉडल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर शुरू किए गए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी (कृत्रिम बुद्धिमता) प्रोग्राम के तहत टिहरी गढ़वाल के एक छात्र और दो छात्राओं के कांसेप्ट चयनित किए गए हैं। देश भर के 51 हजार छात्रों ने इस प्रोग्राम में नामांकन किया था। जिसमें 100 मॉडल चयनित हुए ।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 04:12 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 04:12 PM (IST)
पीएम के प्रोग्राम में चयनित टिहरी के दो छात्रों के मॉडल
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी प्रोग्राम के लिए चयनित टिहरी की स्वाित और अखिलेश उनियाल

अनुराग उनियाल, नई टिहरी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर शुरू किए गए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी (कृत्रिम बुद्धिमता) प्रोग्राम के तहत टिहरी गढ़वाल के एक छात्र और दो छात्राओं के कांसेप्ट चयनित किए गए हैं। देश भर के 51 हजार छात्रों ने इस प्रोग्राम में नामांकन किया था। जिसमें मात्र 100 छात्रों के मॉडल चयनित किए गए। इनमें से टिहरी के राइंका केसरधार नैचोली के तीन छात्रों के भी दो मॉडल चयनित हुए हैं।

मुख्य शिक्षा अधिकारी शिवप्रसाद सेमवाल ने गुरुवार को जिला सभागार में हुई बैठक में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रोग्राम आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी के तहत नेशनल ई गर्वनेंस डिविजन की तरफ से आयोजित इस प्रोग्राम के लिए टिहरी के राइंका केसरधार नैचोली में कक्षा 11 की स्वाती रावत और मानसी रावत ने कंप्यूटर की मदद से मेकअप के दौरान हाई मिरर का कांसेप्ट तैयार किया। इस प्रोग्राम में कोई भी महिला कंप्यूटर की स्क्रीन पर जाकर अपने चेहरे के रंग और उसकी प्रकृति के बारे में जानकारी ले सकता है। जिसके बाद महिला अपने रंग और त्वचा की प्रकृति के हिसाब से मेकअप करा सकती है। इसी तरह कक्षा नौ के अखिलेश उनियाल ने कंप्यूटर के माध्यम से कृषि में मदद के लिए मौसम की सटीक जानकारी देने वाला कंप्यूटर प्रोग्राम बनाने का कांसेप्ट तैयार किया। गणित प्रवक्ता जगदंबा डोभाल ने बताया कि 15 अगस्त को बच्चों ने अपने कांसेप्ट ऑनलाइन ही समिट कर दिए थे। जिसके बाद अब 12 जनवरी को इस प्रोग्राम का रिजल्ट आया और अखिलेश, स्वाती और मानसी के कांसेप्ट चयनित कर दिए गए हैं। अब तीन महीने तक इन बच्चों को ऑनलाइन कोचिंग  दी जाएगी जिसके बाद यह अपने इन कांसेप्ट पर मॉडल तैयार करेंगे। 

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पहाड़ की चोटी पर तलाशा इंटरनेट नेटवर्क 

तीन बच्चों के मॉडल तैयार करने में मदद करने वाले राइंका केसरधार नैचोली में गणित के प्रवक्ता जगदंबा डोभाल ने बताया कि मई 2020 में उन्होंने इस कार्यक्रम के बारे में सुना। लेकिन, कोरोना काल में स्कूल बंद होने और गांव में इंटरनेट न होने से छात्रों को इसकी जानकारी देने में बड़ी परेशानी आई। उसके बाद स्वाती, मानसी और अखिलेश ने पहाड़ों की चोटियों पर बैठकर इंटरनेट के सिग्नल की तलाश की जिसके बाद मैने उन्हें देहरादून से मोबाइल पर मॉडल बनाने की जानकारी दी। 

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