आतंक का सबब बन चुका आदमखोर गुलदार ढेर, प्रसिद्ध शिकारी जॉय हुकिल की गोली का हुआ शिकार

आतंक का पर्याय बने आदमखोर गुलदार(तेंदुआ) को बीती देर रात ढेर कर दिया गया है। प्रसिद्ध शिकारी जॉय हुकिल ने गुलदार को मार गिराया।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sun, 06 Sep 2020 10:57 AM (IST) Updated:Sun, 06 Sep 2020 11:36 AM (IST)
आतंक का सबब बन चुका आदमखोर गुलदार ढेर, प्रसिद्ध शिकारी जॉय हुकिल की गोली का हुआ शिकार
आतंक का सबब बन चुका आदमखोर गुलदार ढेर, प्रसिद्ध शिकारी जॉय हुकिल की गोली का हुआ शिकार

टिहरी, जेएनएन। देवप्रयाग क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने आदमखोर गुलदार(तेंदुआ) को बीती देर रात ढेर कर दिया गया है। राजमार्ग स्थित पेट्रोल पंप पर आदमखोर प्रसिद्ध शिकारी जॉय हुकिल की गोली का निशाना बना। बता दें गुलदार ने लंबे समय से क्षेत्र में आतंक मचाया हुआ था। पिछले सप्ताह एक युवक को अपना निवाला बनाया। गुलदार के मारे जाने से क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली है। ये गुलदार जॉय हुकिल का 38 वां शिकार था, जिसे मार गिराने में एक सप्ताह की मेहनत लगी है।  

उत्तराखंड के कई क्षेत्रों में लंबे समय से गुलदार का आतंक बना हुआ है। टिहरी जिले के कई इलाकों में गुलदार को अक्सर देखा जाता है, जिससे लोगों में दहशत है। देवप्रयाग स्थित डाक बंगला रोड पर पिछली 30 अगस्त को गुलदार ने मानसिक रूप से बीमार 25 वर्षीय युवक को शिकार बना डाला था, जिसके बाद नगर सहित आसपास के गांवों मे काफी दहशत फैल गई। वन विभाग ने पास ही के तुंणगी गांव में नरभक्षी के होने की संभावना देखते यहां तीन पिंजरे लगाए थे। साथ ही जाने-माने शूटर जॉय हुकिल की टीम को भी तैनात कर दिया था, जो गुलदार पर बराबर नजर रखे हुए थे। बीती शनिवार रात को गुलदार जॉय हूकिल की नजरों में आ गया और गोली का शिकार हो गया। 

देवप्रयाग क्षेत्र मे यह तीसरा नरभक्षी गुलदार था, जो जॉय हुकिल की गोली का शिकार हुआ। इससे पहले 2009 में दनसाड़ा मे महिला को और 2015 में कांडाधार में बालिका को शिकार बनाने वाला नरभक्षी हुकिल की गोली से मारा गया था। 2007 में बडियारगढ़ क्षेत्र में पहला नरभक्षी मारा गया था। पौड़ी निवासी शूटर जॉय हुकिल गढ़वाल और कुमांऊ क्षेत्र मे अभी तक 38 नरभक्षी गुलदार मार चुके हैं। माणिकनाथ रेंज के रेज अधिकारी देवेंद्र पुंडीर ने बताया कि पेट्रोल पंप स्थित एक होटल के सामने बीती रात करीब साढे 12 बजे गुलदार शूटर की गोली से मारा गया। गुलदार लगभग सात साल का नर था। 

साढ़े सात फीट लंबे गुलदार के पंजे घिसने से वह असहाय होकर आसान शिकार की तलाश में रहता था। एक दिन पहले यहां गुलदार एक होटल की सीसीटीवी मे बछड़े का शिकार करने की कोशिश करता नजर आया था। रेंजर ने बताया कि मृत गुलदार का डांगचौरा में पशु चिकित्सकों की टीम द्वारा पोस्टमार्टम। शूटर जॉय हुकिल के अनुसार मृत गुलदार के पंजे के निशान 30 अगस्त को वारदात की जगह मिले पंजे के निशान पूरी तरह मेल खाते हैं। 

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