सहमे पांच परिवारों ने दूसरे के घरों में ली शरण

जिले में हुई बारिश से कुछ जगहों पर भूस्खलन होने से कई मकानों को खतरा पैदा हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 11:00 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 11:00 PM (IST)
सहमे पांच परिवारों ने दूसरे के घरों में ली शरण
सहमे पांच परिवारों ने दूसरे के घरों में ली शरण

संवाद सहयोगी, नई टिहरी: जिले में हुई बारिश से कुछ जगहों पर भूस्खलन होने से कई मकानों को खतरा पैदा हो गया है। प्रतापनगर के बेथाण गांव में भूस्खलन होने से खतरे में आए पांच परिवारों ने अपना घर छोड़कर गांव के अन्य घरों में शरण ले ली है।

कंडीसौड़ तहसील के ग्राम घियाकोटी के नीचे भूस्खलन होने के कारण कुछ मकानों को खतरा पैदा हो गया है। कुछ जगहों पर पैदल मार्ग ध्वस्त होने के कारण ग्रामीणों का आवागमन भी प्रभावित हो गया है। भूस्खलन के कारण ग्रामीण सहमे हैं।

प्रतापनगर के बेथाण गांव के अमर सिंह, विजय सिंह, नवल सिंह, सूरज सिंह रणवीर सिंह के मकान खतरे की जद में आने से उन्होंने परिवार सहित गांव में अन्य घरों मे शरण ले लिया है। तहसीलदार प्रतापनगर महावीर प्रसाद बसलियाल ने गांव में मौका मुआयना किया। उन्होंने बताया कि वैसे तो पूरा गांव भूधसाव की चपेट है जिसकी रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी। वर्तमान में जो परिवार ज्यादा खतरे की जद मे उन्हे उनके घरों से हटा कर गांव मे अन्य लोगों के घर में शिफ्ट कर दिया गया है। ग्रामीण आनंद सिंह ने बताया कि अब्बल सिंह, सुंदर सिंह, प्रमोद सिंह, मुकेश सिंह, संजय सिंह उम्मेद सिंह मोर सिंह भाग सिंह नेगी आदि के मकान भी खतरे की जद में जो मजबूरी से अपने घरों मे रहने को मजबूर है। इस संबंध में तहसीलदार महावीर प्रसाद ने बताया कि गांव का का मौका मुआयना किया गया। मंगलवार से हो रही भारी बारिश के चलते जौनपुर के ग्राम मथलाऊ में गुलाब सिंह व अजय सिंह के आवासी मकान की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त होने के कारण मकानों को खतरा बना है। वहीं प्रंखड के बणगांव में ग्रामीणों का पैदल मार्ग भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं भिलंगना प्रखंड के जुदाड़ा गांव में बारिश का मलबा गांव के किशनलाल की गोशाला में जा घुस जिस एक बैल की मलबे में दबने से मौत हो गई। कंडीसौड़ तहसील क्षेत्र के ग्राम घियाकोटी गांव के धर्मलाल का आंगन, शौचालय ध्वस्त हो गए हैं। घर की सीढ़ी में क्षतिग्रस्त हो गया जिस कारण घर के अन्दर जाना ही मुश्किल हो गया है। जगत कुमार का कीचन क्षतिग्रस्त हो गया है। सुमेरचंद, उम्मेद सिंह, दिलचंद, बीरचंद के भवन एवं मैचंद की दुकान को खतरा पैदा हो गया है। मैंडखाल एवं क्षेत्र के गांवों में रसोई गैस की सप्लाई जानी थी मार्ग बंद होने के कारण रसोई गैस सप्लाई नहीं हो पाई। प्रभारी तहसीलदार जीपी पेटवाल ने बताया कि प्रत्येक क्षेत्र में राजस्व उप-निरीक्षक मौका मुआयना करने गए है विस्तृत सूचना मांगी गई है। वहीं वहीं तहसील धनोल्टी में दिनभर बिजली की आपूर्ति प्रभावित रही।

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