टिहरी बांध में सीजन का सर्वोच्च 25 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन
पिछले दिन हुई लगातार बारिश के कारण टिहरी झील का जलस्तर बढ़ने से बिजली उत्पादन भी बढ़ गया है।
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: पिछले दिन हुई लगातार बारिश के कारण टिहरी झील का जलस्तर बढ़ने से बिजली उत्पादन भी बढ़ गया है। बुधवार को टिहरी बांध से इस सीजन की सर्वोच्च क्षमता के तहत 25 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ।
बीते कुछ दिन से लगातार बारिश से झील का जलस्तर बढ़ गया है। बुधवार को झील का जलस्तर 828.80 मीटर दर्ज किया गया, जबकि भागीरथी और भिलंगना से 700 क्यूमैक्स पानी टिहरी झील में आया। बांध से 487 क्यूमैक्स पानी छोड़ा गया। टीएचडीसी के अधिकारियों के मुताबिक झील का जलस्तर 828 मीटर से ऊपर होने के कारण पिछले तीन दिन से चारों टरबाइन चल रही हैं और बांध से बिजली उत्पादन बढ़ गया है। बीते मंगलवार को 22 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ, जबकि बुधवार को 25 मिलियन यूनिट का उत्पादन हुआ है। अभी कुछ दिन तक मांग के अनुरूप चारों टरबाइन चलाने के लिए पर्याप्त पानी है। आमतौर पर टिहरी बांध झील से प्रतिदिन आठ से नौ मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन किया जाता है। बांध की एक दिन में बिजली बनाने की क्षमता 25 मिलियन यूनिट है। टीएचडीसी पूरे वर्षभर का लक्ष्य निर्धारित कर नार्दर्न ग्रिड की डिमांड पर ही हर दिन बिजली उत्पादन करता है। विशेष रूप से टिहरी बांध से सुबह सात से दस और शाम सात से रात दस बजे तक पिकिग आवर में ही ज्यादा बिजली उत्पादन किया जाता है।
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बिजली उत्पादन की स्थिति
दिन,उत्पादन,जलस्तर
12 सितंबर,12,828.30 मीटर
13 सितंबर,21,828.55 मीटर
14 सितंबर,23,828. 60 मीटर
15 सितंबर,25,828.80 मीटर
(नोट: बिजली उत्पादन मिलियन यूनिट में)