दो घंटे तक बाधित रहा ऋषिकेश-गंगोत्री राजमार्ग

ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नगुण गदेरे के पास सुबह मलबा आने दो घंटे तक मार्ग बाधित रहा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 10 Sep 2021 04:32 PM (IST) Updated:Fri, 10 Sep 2021 04:32 PM (IST)
दो घंटे तक बाधित रहा ऋषिकेश-गंगोत्री राजमार्ग
दो घंटे तक बाधित रहा ऋषिकेश-गंगोत्री राजमार्ग

संवाद सहयोगी, नई टिहरी: ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नगुण गदेरे के पास सुबह मलबा आने के कारण करीब दो घंटे तक बाधित रहा। हाईवे बंद होने से मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई, जिस कारण क्षेत्रवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।

ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे नगुण गदेरे के पास पहाड़ी से मलबा आने के कारण बाधित होने से जरूरत के सामान से लदे कई वाहन भी फंसे रहे। यात्री दो घंटे तक सड़क खुलने का इंतजार करते रहे। जेसीबी से मलबा हटाने के बाद दस बजे राजमार्ग पर आवागमन सुचारू हो पाया। ऋषिकेश-गंगोत्री राजमार्ग पिछले तीन दिनों से जगह-जगह मलबा आने के कारण बाधित हो रहा है, जिस कारण बार-बार आवागमन प्रभावित हो रहा है। बीते रोज फकोट के बास करीब 14 घंटे तक हाईवे बाधित रहा था। इसके कारण भारी दिक्कतें हुई थी। वहीं गंगोत्री हाईवे सोनी गांव, फकोट, भिन्नू आदि जगहों पर संवेदनशील बना है।

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12 ग्रामीण मोटर मार्ग पड़े हैं बंद

नई टिहरी: बंद पड़े ग्रामीण मोटर मार्गों ने ग्रामीणों की दुश्वारियां बढ़ा दी है। बारिश के चलते 12 ग्रामीण मोटर मार्ग बंद पड़े हैं। इसके कारण ग्रामीणों का आवागमन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। कई जगहों पर ग्रामीणों को लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। बीते दिन हुई बारिश से जिले की विनयखाल-गेंवली, गहड़-नाई-मिडात, गड़, गजा-तमियार, कोटी-रोल्यालु की, गुलर-भगवासेरा, गजा-माणदा, हिडोलाखाल-सोनी, सल्डोगी-कसमोली, मठियाली-मंजियाड़ी, हिडोलाखाल-शिवपुरी और मलेथा-बडोनगांव ग्रामीण सड़कें बंद पड़ी हैं। इनमें से विनयखाल-गेंवाली, गहड़-पल्यापाटल मोटर बंद पड़े हैं, जिस कारण ग्रामीण पैदल दूरी नापने को मजबूर हैं। कई जगहों पर ग्रामीणों को पांच किमी तक पैदल चलना पड़ रहा है। सड़कें बंद होने से ग्रामीणों का आवागमन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। वहीं गांवों में खाद्यान्न सामग्री सहित आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नहीं होने से ग्रामीण परेशान हैं। वहीं बारिश के कारण कई मोटर मार्गों पर मलबा आने व सड़कों के पुश्ते क्षतिग्रस्त होने के कारण मोटर मार्ग जोखिम भरे बने हैं। कई जगहों पर बच्चों को भी पैदल स्कूल जाना पड़ रहा है।

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