ठोकरें खाने को मजबूर बुजुर्ग दंपती

संवाद सूत्र, घनसाली: बाल गंगा तहसील के अंतर्गत चमियाला बाजार में रोजगार की तलाश में आए अल्मोड़ा निवास

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 11:23 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 11:23 PM (IST)
ठोकरें खाने को मजबूर बुजुर्ग दंपती
ठोकरें खाने को मजबूर बुजुर्ग दंपती

संवाद सूत्र, घनसाली: बाल गंगा तहसील के अंतर्गत चमियाला बाजार में रोजगार की तलाश में आए अल्मोड़ा निवासी बुजुर्ग दंपति दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। दोनों की उम्र 60 वर्ष से अधिक होने के कारण कोई उन्हें रोजगार पर भी नहीं रख पा रहा है। बुजुर्ग दंपती का कहना है कि उनकी कोई संतान नहीं है और न ही उन्हें सरकार की तरफ से बुढ़ापा पेंशन का ही लाभ दिया गया है, जिससे उन्हें रोजगार की तलाश में यहां आना पड़ा है।

तहसील बाल गंगा के चमियाला बाजार में रोजगार की तलाश में आए शेर सिंह व उसकी पत्नी बसंती देवी ग्राम भिकियासैंण तहसील रानी पोखरी जिला अल्मोड़ा निवासी हैं। शेर सिंह कुछ समय पहले चमियाला बाजार में किसी व्यापारी के यहां काम करता था, लेकिन लाकडाउन के कारण वह अपने घर चला गया और तब से वापस नहीं आया था। लाकडाउन खुलने के बाद व्यापारी ने शेर सिंह की जगह किसी दूसरे को काम पर रख लिया था। लेकिन कुछ दिन पूर्व शेर सिंह बीमार पत्नी को लेकर चमियाला आया और रोजगार की मांग करने लगा, पर उसे कोई रोजगार नहीं मिला। वह पिछले बारह दिनों से बाजार के फुटपाथों पर पत्नी सहित रात गुजारने को मजबूर हैं और स्थानीय निवासियों से मांगकर खाना खा रहे हैं। शेर सिंह ने बताया कि उनकी कोई संतान नहीं है और उसे सरकार की तरफ से कोई पेंशन या अन्य कोई लाभ नहीं दिया जाता है। कई जगह से ठोकर खाकर यहां तक आया हूं और उसने सरकार व प्रशासन ने मदद की गुहार लगाई है। उधर, इस मामले में उपजिलाधिकारी गोपाल राम बैनवाल ने बताया कि उक्त मामला मेरे संज्ञान में नहीं है, अगर ऐसा है तो शीघ्र ही दोनों की मदद की जाएगी।

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