कोरोना संक्रमित होने के बाद भी डटे रहे मैदान में

कोरोना काल में संक्रमण रोकना स्वास्थ्य विभाग की सबसे बड़ी चुनौती है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 11:13 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 11:13 PM (IST)
कोरोना संक्रमित होने के बाद भी डटे रहे मैदान में
कोरोना संक्रमित होने के बाद भी डटे रहे मैदान में

जागरण संवाददाता, नई टिहरी: कोरोना काल में संक्रमण रोकना स्वास्थ्य विभाग की सबसे बड़ी चुनौती था। ऐसे में सबसे पहले कोराना पॉजिटिव की ट्रेवल और कांटेक्ट डिटेल निकालकर संक्रमण रोकने की योजना बनाई गई थी। टिहरी में जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. अमन सैनी ने इस काम को बखूबी किया और इस दौरान खुद भी कोरोना संक्रमित हो गए। खास बात ये है कि कोरोना संक्रमित होने के बाद भी उन्होंने कोविड सेंटर से ही काम किया।

मई 2020 में टिहरी जिले में पहला कोरोना पॉजिटिव केस सामने आया था, जिसके बाद तत्कालीन जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कांटेक्ट ट्रेसिग और ट्रेवल हिस्ट्री निकालने पर सबसे ज्यादा फोकस किया। डॉ. अमन सैनी को इस दौरान जिला सर्विलांस अधिकारी बनाया गया और उनके जिम्मे कोरोना पॉजिटिव मरीजों की ट्रेवल और कांटेक्ट डिटेल निकालना था। डॉ. सैनी और उनकी टीम इस काम में जुटी थी लेकिन इस दौरान 17 जून को डॉ. सैनी खुद भी कोरोना पॉजिटिव हो गए। इस पर डॉ. सैनी को कोविड सेंटर सुरसिगधार में भर्ती कराया गया।

इस दौरान डॉ. सैनी ने कोविड सेंटर में भी अपना काम जारी रखा और दस दिन वहां पर रहने के दौरान सैकड़ों पॉजिटिव की डिटेल निकालकर स्वास्थ्य और प्रशासन को मुहैया कराई। इस दौरान तत्कालीन जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने भी उनके जज्बे की सराहना की थी।

कोरोना संक्रमित होने के बाद मुझे पहले थोड़ा डर लगा, लेकिन उसके बाद कोई लक्षण न होने पर मैंने कोविड सेंटर से ही काम जारी रखा। इस दौरान तत्कालीन जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने मेरा उत्साह बढ़ाया और मुझ पर भरोसा रखा।

डॉ. अमन सैनी, मेडिकल अफसर जिला कारागार टिहरी -----

12 हजार व्यक्तियों की निकाली डिटेल

कोरोना में दिल्ली, मुंबई, राजस्थान के अलावा विदेशों से हजारों की संख्या में प्रवासी टिहरी पहुंचे थे। इस दौरान सभी की कांटेक्ट डिटेल और ट्रेवल हिस्ट्री निकालना अपने आप में बड़ी चुनौती था। लेकिन डॉ. सैनी और उनकी टीम ने इस काम को बखूबी किया और टिहरी में संक्रमण को काफी हद तक रोके रखा।

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