एंबुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने से महिला की मौत, DM टिहरी ने दिए ये निर्देश

जिला अस्पताल नई टिहरी से नरेंद्रनगर कोविड सेंटर रेफर की गई नगर पालिका की महिला सफाई कर्मचारी की बीती शाम रास्ते में ऑक्सीजन सिलिंडर खत्म होने से मौत हो गई। मामले में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि सभी एंबुलेंस में दो-दो सिलिंडर रखे जाएं।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 06:07 PM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 06:07 PM (IST)
एंबुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने से महिला की मौत, DM टिहरी ने दिए ये निर्देश
एंबुलेंस में ऑक्सीजन खत्म होने से महिला की मौत, DM टिहरी ने दिए ये निर्देश।

जागरण संवाददाता, नई टिहरी। जिला अस्पताल नई टिहरी से नरेंद्रनगर कोविड सेंटर रेफर की गई नगर पालिका की महिला सफाई कर्मचारी की बीती शाम रास्ते में ऑक्सीजन सिलिंडर खत्म होने से मौत हो गई। मामले में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए हैं कि सभी एंबुलेंस में दो-दो सिलिंडर रखे जाएं। 

दरअसल, बीती शाम बौराड़ी वाल्मिकी बस्ती निवासी कोरोना संक्रमित सुषमा की अचानक तबीयत खराब हो गई और उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने ली। इसके चलते स्वजन उन्हें जिला अस्पताल लेकर आए। जिला अस्पताल में महिला को प्राथमिक उपचार देकर नरेंद्रनगर कोविड सेंटर के लिए रेफर कर दिया, लेकिन चंबा के पास नागणी में एंबुलेंस का ऑक्सीजन सिलेंडर खाली हो गया और महिला की रास्ते में ही मौत हो गई। इस मामले में जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने भी संज्ञान लिया था। महिला की ऑक्सीजन खत्म होने से मौत के बाद मामले की जांच कराई गई। 

जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जिला अस्पताल के सीएमएस डा. अमित राय ने बताया कि एंबुलेंस में नया सिलिंडर लगाया गया था। एक सिलिंडर तीन घंटे तक चल जाता है, लेकिन शायद सिलिंडर लीक होने के कारण ऑक्सीजन खत्म हुई। महिला का ऑक्सीजन लेबल भी 35 था और स्वजन बहुत देर में उन्हें लेकर आए। अब हर एंबुलेंस में दो सिलिंडर रखने के निर्देश दिए गए हैं। ऑक्सीजन की कमी से किसी भी मरीज के साथ कोई अनहोनी पर स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। 

महिला के बच्चों को मदद की दरकार 

सफाई कर्मचारी सुषमा 44 के पति मनोज कुमार की वर्ष 2008 में मौत हो गई थी। उसके बाद बच्चों की जिम्मेदारी सुषमा के ऊपर ही थी। अब सुषमा की मौत के बाद बच्चों को मदद की दरकार है। मृतका के जेठ राजेंद्र ने बताया कि आक्सीजन कम होने के बावजूद वह एंबुलेंस भेजी गई, जिस कारण सुषमा की मौत हुई है। मृतका के तीन बच्चे हैं। अब उनकी देखरेख कौन करेगा। उनकी प्रशासन से मांग है कि बच्चों को सरकारी नौकरी दी जाए। कोरोना काल में सफाई के काम के दौरान ही सुषमा संक्रमित हुई, जिस कारण उसकी मौत हुई। ड्यूटी पर काम करते हुए उसने जान गंवाई है ऐसे में सरकार को उसके बच्चों को आर्थिक मुआवजा भी देना चाहिए।

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