जौनपुर में कायम है सामूहिक धान रोपाई की परंपरा

जौनपुर क्षेत्र में इन दिनों धान की रोपाई का कार्य जोरों पर है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Jun 2021 03:01 AM (IST) Updated:Mon, 28 Jun 2021 03:01 AM (IST)
जौनपुर में कायम है सामूहिक धान रोपाई की परंपरा
जौनपुर में कायम है सामूहिक धान रोपाई की परंपरा

संवाद सूत्र, नैनबाग: जौनपुर क्षेत्र में इन दिनों धान की रोपाई का कार्य जोरों पर है। यहां आज भी सामूहिक रूप से धान की रोपाई की परंपरा कायम है। ग्रामीण महिलाएं बारी-बारी से एक-दूसरे के खेतों में रोपाई करती हैं। इससे जहां काम का बोझ कम हो जाता है, वहीं आपसी सद्भाव भी बना रहता है।

बरसात शुरू होते ही नदी, नालों में पर्याप्त पानी होने के बाद जौनपुर क्षेत्र में धान की रोपाई शुरू हो गई। इस क्षेत्र की खास बात यह है कि अब जहां लोग खेती से दूर होते जा रहे हैं, वहीं जौनपुर में आज भी ग्रामीणों में खेती के प्रति लगाव है और इस दौर में भी खेती सामूहिक रूप से की जाती है। प्रत्येक परिवार की महिलाएं बारी-बारी से एक-दूसरे के खेतों में रोपाई का कार्य करती हैं। इसमें करीब 30 महिलाएं व पुरुष एक साथ काम करते हैं। रोपाई का कार्य काफी कठिन होता है ऐसे में सामूहिक रूप से कार्य करने से इसमें आसानी होती है। रोपाई के दौरान महिलाएं लोक गीत भी गाती हैं, जिससे समय का पता नहीं चल पाता। रोपाई के बाद घर में हलुवा बनाकर सभी एक साथ खाते है। जौनपुर अपनी लोक संस्कृति के लिए तो प्रसिद्ध है ही, कार्यों में सामूहिक भावना भी देखने को मिलती है। मसराज गांव निवासी सुशीला देवी व रंजना का कहना है कि वर्षों से यह परंपरा चली आ रही है, इससे जहां काम का बोझ कम हो जाता है वहीं ग्रामीणों में भाईचारे की भावना भी कायम रहती है। जौनपुर क्षेत्र खेती के लिए प्रसिद्ध हैं, यहां पर आज भी ग्रामीण खेती पर विशेष ध्यान देते हैं। धान की खेती के लिए भी यह क्षेत्र प्रसिद्ध है। यहां के ग्रामीणों का आज भी खेती से जुड़ाव है। इन दिनों धान की रोपाई में ग्रामीण व्यस्त हैं।

chat bot
आपका साथी