गंगा में गंदा पानी छोड़ने वालों का करें चालान
संवाद सहयोगी, नई टिहरी : जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने अधिशासी नगरपालिका व नगर पंचायत को निर्देश
संवाद सहयोगी, नई टिहरी : जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने अधिशासी नगरपालिका व नगर पंचायत को निर्देश दिए कि गंगा में गंदा पानी छोड़ने वालों का चालान किया जाए। साथ ही गंगा से सटे क्षेत्र जिनके शौचालय का पानी नदियों में जाता है उन्हें तत्काल दूसरी जगह शिफ्ट करें।
जिलास्तरीय गंगा समिति की बैठक में उप जिलाधिकारी नरेन्द्रनगर के उपस्थित न होने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने डीएफओ को नरेंद्रनगर के मुनिकीरेती में बने सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का भौतिक सत्यापन दो सप्ताह के भीतर कराने व 24 बिदुओं पर रिपोर्ट उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि मुनिकीरेती क्षेत्रांतर्गत 1628 घरेलू व अन्य सीवर संयोजन दिये जा चुके हैं। शेष 1720 भवनों के लिए सीवर लाइन बिछाने के लिए पेयजल निगम द्वारा डीपीआर तैयार की जा रही है। वहीं तपोवन क्षेत्र में 614 घरेलू व अन्य सीवर संयोजन दिये जा चुके हैं। बैठक में नगर पालिका व नगर पंचायतों द्वारा डोर टू डोर कूड़ा निस्तरण, डंपिग जोन आदि विषयों पर भी विस्तृत चर्चा हुई। अधिकांश ईओ ने शत-प्रतिशत कूड़ा डोर टू डोर उठाने की बात कही। जिलाधिकारी ने नगर पंचायत चमियाला, घनसाली व लंबगांव के अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिये कि डंपिग जोन के लिए भी सिविल भूमि का चयन करें।
बैठक में डीएफओ कोको रोशे, मुख्य चिकित्साधिकारी सुमन आर्य, उप जिलाधिकारी कीर्तिनगर आकांक्षा वर्मा, प्रदूषण निगम बोर्ड के सुनील डबराल, जिला पर्यटन अधिकारी सुरेश सिंह यादव, ईई जल संस्थान देवप्रयाग नरेश पाल, ईओ वासुदेव डंगवाल, वीपी भट्ट, बलवंत सिंह बिष्ट, यूडी तिवारी आदि मौजूद थे।