शहीद सूबेदार अजय रौतेला का पार्थिव शरीर लाया गया उनके पैतृक गांव रामपुर

सोमवार सुबह शहीद सूबेदार अजय रौतेला का पार्थिव शरीर उनके गांव रामपुर पंहुच। घरवालों और ग्रामीणों ने उनके अंतिम दर्शन किए और अब सेना के जवान उनका पार्थिव शरीर लेकर ऋषिकेश रवाना हो रहे हैं। दोपहर में पूर्णानंद घाट ऋषिकेश में होगा अंतिम संस्कार।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 10:19 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 01:27 PM (IST)
शहीद सूबेदार अजय रौतेला का पार्थिव शरीर लाया गया उनके पैतृक गांव रामपुर
शहीद सूबेदार अजय रौतेला का पार्थिव शरीर लाया गया उनके पैतृक गांव रामपुर।

जागरण संवाददाता, नई टिहरी। आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए सूबेदार अजय सिंह रौतेला की आखिरी विदाई में रामपुर खाड़ी गांव सहित पूरा क्षेत्र ही नहीं बल्कि आसमां भी रो पड़ा। भारी बारिश के बीच शहीद के पार्थिव शरीर को जब गांव लाया गया तो सैंकड़ों की संख्या में लोग उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। 'शहीद अजय सिंह अमर रहे' के नारों के बीच ग्रामीणों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। 

सोमवार सुबह आठ बजे सेना के जवान शहीद सूबेदार अजय सिंह रौतेला का पार्थिव शरीर लेकर ऋषिकेश से उनके गांव रामपुर खाड़ी लेकर पहुंचे। इस दौरान पहले से ही सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण शहीद के घर और सड़कों पर खड़े थे। पार्थिव शरीर को देख हर किसी की आंख नम थी। भारी बारिश के बीच पार्थिव शरीर को लेकर सेना के जवान उनके घर पहुंचे। जहां शहीद की पत्नी विमला देवी और उनके तीन बेटों ने शहीद को अंतिम विदाई दी। दो घंटे बाद सेना के जवान पार्थिव शरीर को लेकर ऋषिकेश रवाना हो गए। इस दौरान बारिश में ही ग्रामीण खाड़ी बाजार, नरेंद्रनगर, आगराखाल में खड़े रहे और सेना के वाहन आने पर वहीं से शहीद अजय सिंह को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पाकिस्तान के प्रति ग्रामीणों में काफी गुस्सा नजर आया और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।

शहीद के नाम पर होगा इंटर कालेज जाजल

शहीद सूबेदार अजय सिंह रौतेला के गांव पहुंचे कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि शहीद अजय सिंह ने अपनी पढ़ाई राजकीय इंटर कालेज जाजल से की थी। शहीद की याद में उक्त कालेज का नाम उनके नाम पर रखा जाएगा। गांव में जो भी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं, वहां पर सभी तरह की बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जाएगा। शहीद को श्रद्धांजलि देने वालों में पूर्व विधायक ओमगोपाल रावत, ब्लाक प्रमुख राजेंद्र भंडारी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनिल भंडारी, अरण्य रंजन आदि सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण शामिल रहे।

आतंकवाद का निकालना होगा स्थाई समाधान

शहीद सूबेदार अजय सिंह रौतेला के छोटे भाई दीपक रौतेला राजकीय इंटर कालेज चंबा में शिक्षक हैं। उन्होंने कहा कि उनके भाई ने देश के लिए बलिदान दिया है। उनकी कमी कभी भी पूरी नहीं हो सकती है। अपने भाई की वीरता पर मुझे और हमारे क्षेत्र को गर्व है। लेकिन सरकार को आतंकवाद से निपटने के लिए कोई ठोस समाधान निकालना होगा। आतंकवाद के कारण न जाने कितने सैनिक हर साल शहीद हो रहे हैं। सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना होगा।

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