अनशनकारी की हालत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: त्रियुगीनारायण में अस्पताल की स्थापना की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे अ
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: त्रियुगीनारायण में अस्पताल की स्थापना की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे अंकित गैरोला की रविवार रात्रि अचानक तबीयत बिगड़ गई। सूचना पर पुलिस अनशनस्थल पर पहुंची तथा जबरन अंकित को उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया। इस बीच पुलिस को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा।
जिले के सीमांत गांव त्रियुगीनारायण में अस्पताल की मांग को लेकर अंकित गैरोला दो दिन पहले अनशन पर बैठे थे। रविवार रात्रि लगभग नौ बजे उन्हें अचानक उल्टियां होना शुरू हो गई। शुगर लेवल भी काफी कम हो गया। डायरिया की शिकायत बताते हुए डा. गुलबहार ने शीघ्र रेफर करने की सलाह प्रशासन को दी। सूचना पर रात साढ़े 9 बजे थाना इंचार्ज सोनप्रयाग योगेंद्र गुसाईं और एसएसआइ रविद्र कौशल की टीम मौके पर पहुंची और बलपूर्वक आमरण अनशन पर बैठे अंकित गैरोला को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। इस मौके पर ग्रामीणों ने जमकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद गांव के ही तीन अन्य ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठ गए, जिनमें महेंद्र सेमवाल, विश्रवा कुर्माचंली और मंगलदीप गैरोला शामिल है।
देर रात्रि को ही कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, केदारनाथ विधायक मनोज रावत, कांग्रेस जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह बिष्ट भी आमरण अनशन स्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की मांग जायज है। प्रदेश अध्यक्ष ने ग्रामीणों से अनशन खत्म करने की अपील की और कहा कि यदि कांग्रेस की सरकार आएगी तो ग्रामीणों की मांग को शीघ्र पूरा किया जाएगा। गोदियाल ने कांग्रेस के घोषणा पत्र में भी त्रियुगीनारायण अस्पताल की स्थापना करने का वादा किया।
इस अवसर पर ग्राम प्रधान तोषी जगत सिंह रावत, उपप्रधान त्रियुगीनारायण विश्वेश्वरी देवी, संयोजन दिवाकर गैरोला, नीतीश गैरोला, रजनीश शर्मा, मीनाक्षी प्रसाद घड़ियाल, सरोज देवी, इंदु देवी, राजकुमार सेमवाल, सर्वेशनंद आदि मौजूद थे।