पेयजल योजनाओं की सुस्त कार्यप्रणाली पर रखा उपवास

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जिले में निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं पर नियमित जलापूर्ति व जांच की मांग को

By JagranEdited By: Publish:Mon, 09 Nov 2020 05:32 PM (IST) Updated:Mon, 09 Nov 2020 05:32 PM (IST)
पेयजल योजनाओं की सुस्त  कार्यप्रणाली पर रखा उपवास
पेयजल योजनाओं की सुस्त कार्यप्रणाली पर रखा उपवास

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: जिले में निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं पर नियमित जलापूर्ति व जांच की मांग को लेकर जनअधिकार मंच के अध्यक्ष मोहित डिमरी ने पेयजल निगम कार्यालय के सम्मुख एक दिवसीय उपवास पर रहे। इस दौरान कई व्यक्तियों ने उन्हें समर्थन भी दिया।

मंच के अध्यक्ष डिमरी ने कहा कि तल्लानागपुर, सिलगढ़ और भरदार क्षेत्र में पानी का सबसे बड़ा संकट है। यहां के लिए योजनाएं तो बनी, लेकिन उसका लाभ आज तक ग्रामीणों को नहीं मिल पाया है। वर्ष 2005-06 में जखोली ब्लॉक के अति पेयजल संकटग्रस्त गांवों के लिए शासन से जवाड़ी-रौंठिया और तैला-सिलगढ़ पेयजल योजनाएं स्वीकृत की गई थी, लेकिन डेढ़ दशक बाद भी इन योजनाओं का निर्माण पूरा नहीं हो पाया है। इससे भरदार व सिलगढ़ पट्टी के 30 से अधिक ग्राम पंचायतों की हजारों आबादी पेयजल संकट से जूझ रही है। उन्होंने योजनाओं का निर्माण कार्य पूरा करने के लिए शासन से धनराशि स्वीकृत करने और कछुवा गति से हो रहे कार्य की जांच की मांग की है।

जन अधिकार मंच के संरक्षक रमेश पहाड़ी, मगनानंद भट्ट, देवेंद्र प्रसाद दरमोड़ा ने कहा कि अगस्त्यमुनि ब्लॉक के तल्लानागपुर क्षेत्र के लिए 32 करोड़ की लागत से बनी तल्लानागपुर पेयजल योजना शोपीस बनकर रह गई है। योजना से कई गांवों में आज भी नियमित जलापूर्ति नहीं हो रही है। उन्होंने योजना की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग की। इस अवसर पर मंच के महामंत्री अशोक चौधरी, वरिष्ठ नागरिक केपी ढौंडियाल, देवेंद्र चमोली, भगत चौहान, वीरेंद्र नेगी, गजेंद्र भट्ट, लक्ष्मण बिजवाण, बीरबल सिंह, प्रेम सिंह पंवार, संजीव कुमार, शत्रुघ्न नेगी, राज रावत, विक्की कप्रवान सहित कई लोग मौजूद थे।

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