एसडीआरएफ ने तीन यात्रियों को रेस्क्यू कर सकुशल निकाला

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: केदारनाथ पैदल मार्ग पर एसडीआरएफ ने रास्ता भटकने से नदी किनारे फंसे दो यात

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 06:24 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 06:24 PM (IST)
एसडीआरएफ ने तीन यात्रियों को रेस्क्यू कर सकुशल निकाला
एसडीआरएफ ने तीन यात्रियों को रेस्क्यू कर सकुशल निकाला

संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: केदारनाथ पैदल मार्ग पर एसडीआरएफ ने रास्ता भटकने से नदी किनारे फंसे दो यात्रियों और गदेरे में गिरे यात्री को रेस्क्यू कर सकुशल बाहर निकाला। यात्रियों ने एसडीआरएफ का आभार जताया है।

बीती शुक्रवार रात एसडीआरएफ टीम को सूचना मिली कि गरुड़चट्टी के पास यात्री का पैर फैक्चर हो गया है। सूचना के बाद लिनचोली से हेड कांस्टेबल प्रेम प्रकाश टीम के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हुए। रेस्क्यू टीम ने गरुड़चट्टी पुल से लेकर भैरव ग्लेशियर तक नदी में तलाश की, लेकिन उन्हें कोई नहीं मिला। कुछ देर बाद उन्हें फिर सूचना मिली कि व्यक्ति लिनचोली से नीचे नदी की ओर फंसा है। इसके बाद टीम छोटी लिनचोली से नीचे नदी में तलाश करने लगी। इस दौरान यात्री रामदास पठारे, निवासी तल्ले गांव, दाभाड़े, पुणे महाराष्ट्र एवं यशवंत डभारे निवासी गांव दाभाड़े, पुणे महाराष्ट्र को रेस्क्यू किया गया। दोनों यात्रियों ने बताया कि केदारनाथ मंदिर से गौरीकुंड की ओर वापस आते हुए जल्दी पहुंचने के प्रयास में वो मुख्य मार्ग छोड़कर नदी किनारे चलने लगे थे, जिससे वो रास्ता भटक गए और नदी के दूसरी ओर जा फंसे। रेस्क्यू टीम ने रस्सी के माध्यम से दोनों व्यक्तियों को सकुशल बाहर निकाला। ऐसे में समय रहते यात्रियों की जान बच पाई। टीम में मुख्य आरक्षी प्रेम प्रकाश, कांस्टेबल नवीन कुमार, रमेश रावत, भूपेंद्र सिंह और प्रीतम शामिल थे।

वहीं दूसरी ओर रेस्क्यू टीम को घटनास्थल पर पहुंचने के बाद पता चला कि चार दोस्त केदारनाथ मंदिर से वापस आ रहे थे। इस बीच रास्ते में रुद्रा प्वाइंट -भैरव गदेरे के पास 20 वर्षीय अभिषेक निवासी फरीदाबाद, उत्तर प्रदेश पैर फिसलने से गदेरे में जा गिरा। एसडीआरएफ की टीम ने श्रद्धालु को गदेरे से बाहर निकाला और स्ट्रेचर के माध्यम से ढाई किमी पैदल मार्ग से विवेकानंद अस्पताल पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने बताया कि उसकी पैर की हड्डी टूट गई है। श्रद्धालु को उपचार के बाद डेढ़ किमी पैदल मार्ग से फिर हेलीपैड लाकर हेलीकाप्टर के माध्यम से गुप्तकाशी भेजा गया। टीम में उप निरीक्षक सौकर सिंह, कांस्टेबल अमित चौहान, अमित रावत, मनीष पंवार, पवन, प्रदीप बिष्ट, अमृत रावत आदि शामिल रहे।

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