चिरबटिया नेचर फेस्टिवल में दिखेगी पहाड़ की विरासत
आगामी 12 से 14 मार्च तक चिरबटिया में आयोजित होने वाले नेचर फेस्टिवल में पहाड़ की विरासत को पहचान दिलाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे।
संवाद सहयोगी, रुद्रप्रयाग: आगामी 12 से 14 मार्च तक चिरबटिया में आयोजित होने वाले नेचर फेस्टिवल में पहाड़ की विरासत को पहचान दिलाने के पूरे प्रयास किए जाएंगे। फेस्टिवल को लेकर वन प्रभाग की ओर से कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। कार्यक्रम में पहाड़ी संस्कृति को बढ़ावा देते होम स्टे आकर्षण का केंद्र होंगे। इस अवसर पर डीएम ने नेचर फेस्टिवल का पोस्टर भी लांच किया।
जिला कार्यालय कक्ष में आयोजित बैठक में डीएम मनुज गोयल ने कहा कि जिला प्रशासन व वन विभाग की ओर से ईको टूरिज्म पॉलिसी के तहत वन क्षेत्र में मौजूद रमणीक स्थलों में बर्ड वाचिग, कैंपिग, ट्रेकिग, विलेज टूर सहित अन्य साहसिक खेलों का आयोजन किया जाएगा। ईको टूरिज्म पॉलिसी के तहत फेस्टिवल में स्थानीय निवासियों के सहयोग से बिना प्रकृति को नुकसान पहुंचाए पर्यटकों को विभिन्न गतिविधियों से रूबरू कराया जाएगा। नेचर फेस्टिवल के आयोजन से स्थानीय निवासियों को रोजगार मिलने के साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। चिरबटिया क्षेत्र के पारंपरिक शैली में निर्मित पठाल के घरों में आगंतुकों व पर्यटकों के रहने-खाने की व्यवस्था की जाएगी। इससे स्थानीय निवासियों को रोजगार मिलेगा। साथ ही पर्यटक पहाड़ की संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे। इसके लिए संस्कृति के आदान-प्रदान के लिए पारंपरिक लोकगीत व नृत्य का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पहाड़ी छोलिया नृत्य पर्यटकों को आकर्षित करेंगे। पहाड़ी रीति-रिवाजों, संस्कृति और धरोहर के प्रचार-प्रसार एवं संरक्षण में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का विशेष योगदान रहेगा। इससे युवा पीढ़ी व पर्यटकों को प्रदेश की गौरवमयी संस्कृति एवं सभ्यता से रूबरू होने का मौका मिलता है। पहाड़ की संस्कृति एवं पर्यटन स्थलों को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के साथ ही इसमें स्वरोजगार के अवसर तैयार करने की योजना तैयार की है। कहा कि चिरबटिया के साथ ही जनपद के कई पर्यटन स्थलों में ईको टूरिज्म के मापदंड को पूरा करने की क्षमता है। जल्द ही इन स्थलों का चयन कर ईको टूरिज्म की शुरुआत की जाएगी। इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी वैभव कुमार, जिला विकास अधिकारी मनविदर कौर व रिलायंस फाउंडेशन के टीम लीडर प्रकाश सिंह, उद्यान अधिकारी योगेंद्र सिंह, पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल, आपदा प्रबंधन अधिकारी एनएस रजवार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।